रायगढ़। रायगढ़ पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 12 घंटे के भीतर ही अपहृत बालक का रेस्क्यू कर अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया है। रायगढ़ एसपी संतोष सिंह ने प्रेस कान्फ्रेंस कर पूरे रेस्क्यू ऑपरेशन का खुलासा किया।
एसपी ने बताया कि 24 तारीख की शाम को धरमजयगढ़ के रैरूमा चौकी क्षेत्र स्थित ग्राम बरहामड़ा में रहने वाले संजू बड़ा द्वारा शिकायत दर्ज कराई गई कि उसके 12 वर्षीय पुत्र राहुल बड़ा का अज्ञात आरोपियों ने अपहरण कर लिया है। और आरोपियों ने मोबाइल में फोन कर 5 लाख रुपये की फिरौती की मांग की गई है। चौकी प्रभारी जेम्स मिंज द्वारा तत्काल इसकी जानकारी एसपी को दी गई। मामले की गंभीरता समझते हुए एएसपी अभिषेक वर्मा, सहित अधिकारियों की टीम को एसपी ने रात में ही रवाना कर दिया। उधर जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में नाकेबंदी कर सघन तलाशी अभियान शुरु कर दिया गया।
अधिकारियों की टीम ने पीड़ित परिवार से पूछताछ की। पूछताछ के बाद रात्रि में ही पुलिस ने गांव बरहामड़ा के लगभग 150 लोगों से पूछताछ किया। अधिकारियों द्वारा पीड़ित परिवार से सूक्ष्मता से पूछताछ करने पर बालक के पिता ने बताया कि कुछ माह पूर्व अपनी पुश्तैनी जमीन बेचे हैं। जिससे प्राप्त रुपयों से स्कॉर्पियो वाहन खरीदने की चर्चा उन्होंने अपनी जान-पहचान के लोगों से की थी।
उधर पुलिस को जानकारी मिली कि चोरी के मामले में पकड़ा गया ग्राम धौरागांव बरपाली अरुण टोप्पो और उसके गांव के रहने वाला विकास तिर्की जो कि ओडिशा के राउरकेला में बिजली पोल लगाने का काम करता था उसकी जॉब छूट जाने पर गांव में आकर रह रहा था। इसके साथ ही उनके एक साथी की भूमिका के संदिग्ध होने की जानकारी पुलिस को मिली। पुलिस को जानकारी मिली की तीनों रात से ही गायब हैं। इधर सुबह पुलिस की एक टीम को जानकारी मिली की जंगल के भीतर तीन नकाबपोश एक बालक का हाथ पैर बांधकर रखे हुए हैं।
बच्चे के सकुशल रेस्क्यू और अपहरणकर्ताओं को पकड़ने के लिए एसपी संतोष सिंह ने अधिकारियों की टीम की मीटिंग ली और रणनीति बनाई गई। जिसके बाद हथियार से लैस पुलिस की टीम जंगल के लिए रवाना हो गई। पुलिस के मुताबिक आरोपियों को पुलिस की भनक लग चुकी थी और वे बच्चे के साथ अनहोनी घटना को अंजाम देकर भागने की फिराक में थे। उसी दौरान चारों ओर से पुलिस की टीम ने आरोपियों को घेर कर गन पाइंट में ले लिया। पुलिस ने तीनों अपहरणकर्ता विकास तिर्की, अरूण टोप्पो और रामेश्वर मांझी को गिरफ्तार कर लिया। घटनास्थल पर पुलिस को 03 मोबाइल, 03 चाकू, मोटरसाइकिल और बालक की साइकिल मिली है।
इस पूरी घटना का मास्टरमाइंड विकास तिर्की था। आरोपी विकास को जानकारी थी कि अपहृत बालक का पिता हाल ही में अपनी पुश्तैनी जमीन को बड़ी रकम में बेचा है और उसके पास काफी रुपए हैं। जिसके बाद उसने और लूट और किडनैपिंग की प्लानिंग कर अपने दो अन्य साथियों को मिलाया। पुलिस के मुताबिक गुरुवार की शाम बालक राहुल बड़ा गेहूं लेकर गांव के हालर गया था तो वहां से उसे किडनैप कर जंगल ले गए और रातभर बालक का हाथ पैर बांधकर रखे हुए थे । बालक को आरोपियों द्वारा डराया धमकाया गया था कि शोर मचाने पर उसकी हत्या कर देंगे।
बच्चे के सफल रेस्क्यू और अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार करने पर डीजीपी और आईजी ने रायगढ़ पुलिस को बधाई दी। आईजी दीपांशु काबरा ने रेस्क्यू करने वाली टीम को 30 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की है।