रायपुर. राजधानी में चोरों के हौसले इतने बुलंद हो चुके हैं कि सघन इलाके से भी चोरी करने से बाज नहीं आ रहे हैं. ताजा मामला कोर्ट परिसर के पास खड़ी कार से 10 मिनट के अन्दर 1 लाख 37 हजार रूपये चोरी का है. चोरों ने एक ऑटो डीलर कमल गुप्ता के रेंज रोवर कार का शीशा तोड़कर रुपयों से भरा बैग पार कर लिया. बैग में कई आवश्यक दस्तावेज भी थे. सीसीटीवी फुटेज भी नहीं मिला, चूँकि राजधानी में मिशन सिक्योर सिटी के तहत हर सघन इलाके में कैमरे होने की पुलिस दावा करती है. मगर यह दावा भी खोखला साबित होता साफ़ नजर आ रहा है.
राजधानी में क्राइम का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है. हर मामले में पुलिस अधिकारियों का यहीं जवाब होता है कि वह चोरों को पकड़ने में जुटी हुई है. राजधानी की पुलिस के पास लगता है बेचारगी के शिवाय कुछ बचा ही नहीं. रटी- रटाई जवाब देकर मामले की इतिश्री करना तो कोई राजधानी की आला अधिकारियों से सीखे. आज के दिनदहाड़े कार की शीशा तोड़कर डकैती के बाद आरोपी मजे कर रहे हैं. इधर हाई टेक्नीकल युग में भी कई घंटों तो क्या कई दिन के बाद भी कोई सुराग नहीं मिल पाता है.
यहीं कारण है कि चोर हाईटेक हो चुके हैं और राजधानी की पुलिस आज तक बस बेरोजगारों पर लाठी भांजना ही जानती है. या ऐसा कहा जा सकता है कि लाठी के सहारे सिर्फ अपना ड्यूटी पीटना जानती है. अगर पुलिस भी चोरों की शातिर दिमाग का चंद घंटों में ही मुंहतोड़ जवाब देती तो शायद राजधानी में चोर-उचक्कों के हौसले इतने बुलंद नहीं होते. किसी मामले में भी कोई त्वरित कार्रवाई नहीं दिखती. सीडी कांड पर त्वरित कार्रवाई तो खैर ऐतिहासिक है. पुलिस की इस कार्रवाई को स्वर्णिम अक्षरों में लिखे जाने की जरुरत है.