विप्लव गुप्ता, पेन्ड्रा। मरवाही उप चुनाव में रोज नए-नए समीकरण बन भी रहे हैं और बिगड़ भी रहे हैं। उप चुनाव में चुनावी दौड़ से बाहर हुई छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस (जे) ने हाल ही में अधिकृत रुप से भाजपा को अपना समर्थन देने की घोषणा की थी। चार विधायकों वाली इस पार्टी के अब दो विधायकों ने बेहद नाटकीय ढ़ंग से आम जनता से कांग्रेस के पक्ष में मतदान करने की अपील की है।

जोगी कांग्रेस के विधायक देवव्रत सिंह और प्रमोद शर्मा ने गौरेला-पेन्ड्रा-मरवाही जिले में प्रेस कान्फ्रेंस ली। प्रेस कान्फ्रेंस में राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल सहित कई कांग्रेस नेता भी मौजूद थे। इस दौरान उन्होंने पार्टी अध्यक्ष अमित जोगी द्वारा भाजपा को दिये गए समर्थन को पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की विचारधारा के विपरीत बताया। उन्होंने रेणु जोगी को कांग्रेस की विचारधारा के साथ बताया। देवव्रत सिंह ने अमित जोगी पर आरोप लगाया कि उन्होंने भाजपा को समर्थन देने का निर्णय पार्टी की कोर कमेटी से पूछे बिना लिया है।

उन्होंने कहा कि अजीत जोगी ने गरीब पिछड़ों के हितों की लड़ाई नई पार्टी बनने से पहले कांग्रेस के साथ मिलकर लड़ी और राहुल गांधी एवं सोनिया गांधी को अपना नेता माना। इसके साथ ही कुरान बाइबल और गीता पर हाथ रखकर कसम भी खाई की मैं भाजपा को कभी समर्थन नही करूँगा, जिसके बाद भी अमित जोगी द्वारा बीजेपी को समर्थन देना उनका अपमान है।

जिस विचारधारा ने महात्मा गांधी को मार दिया, अजीत जोगी को जीवन भर प्रताड़ित किया। उसका समर्थन करना ना केवल उनकी भावनाओं के साथ खेलना और उनके संकल्प भी तोड़ने की बात है।

जो लोग जोगी जी के साथ न्याय की बात कर रहे है वो जोगी की समाधि में जाकर देख लें, उसकी स्थिति क्या है ? इतनी बुरी स्थिति है उसका ध्यान तक नहीं रखा गया।

देवव्रत ने आगे कहा कि हम दोनों विधायको ने तय किया है कि जिस विचारधारा के साथ अजीत जोगी नई पार्टी बनाने के पहले थे, हम उस विचारधारा को समर्थन करते हैं। लोकसभा में अजीत जोगी ने कांग्रेस को समर्थन करने का निर्णय लिया था उनके नहीं रहने के बाद उनकी विचारधारा का सम्मान करने लिए हम कांग्रेस को समर्थन दे रहे हैं। कांग्रेस में शामिल होना अभी टेक्निकल रूप से संभव नहीं है लेकिन हम पूरे मन और विचारधारा से कांग्रेस के साथ हैं।

जोगी कांग्रेस द्वारा अपने पिता के अपमान पर न्याय मांगने के सवाल पर देवव्रत सिंह ने अमित जोगी पर सवाल उठाते हुए कहा कि 25 सालों से बीजेपी लगातार अजीत जोगी को नकली आदिवासी कहती रही है, क्या उनको समर्थन देना उनका सम्मान करना है?