पाकिस्तान से छूट कर आए भारतीय वायुसेना के पायलट विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान की शौर्य गाथा अब स्कूलों में पढ़ाई जाएगी.

जयपुर.  राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने इसको लेकर बड़ा फैसला लिया है. प्रदेश के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह दोतासरा ने सोमवार को ऐलान करते हुए कहा कि विंग कमांडर अभिनंदन की वीरता को हमारे प्रदेश के स्कूल के बच्चों को पढ़ाया जाएगा. अभिनंदन के शौर्य की कहानी को पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों के साथ पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा. उन्होंने इसको लेकर एक फेसबुक पोस्ट भी लिखा है.

अभिनंदन को लेकर राजस्थान के शिक्षा मंत्री का बड़ा फैसला

राजस्थान के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह दोतासरा ने अपने फेसबुक अकाउंट पर पोस्ट में लिखा है, “जोधपुर से पढ़े, हाल ही में पाकिस्तान की सरजमीं से अपने साहस एवम वीरता का परिचय देते हुए वापस लौटने वाले विंग कमांडर अभिनंदन के शौर्य के सम्मानस्वरूप सरकार ने अभिनंदन की शौर्य की कहानी को राजस्थान के स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करने का फैसला लिया है.

गोविंद सिंह दोतासरा ने फेसबुक पोस्ट लिखकर दी जानकारी

हालांकि, अभी ये तय नहीं किया गया है कि कौन सी कक्षा के पाठ्यक्रम में विंग कमांडर अभिनंदन की वीरता की गाथा को शामिल किया जाएगा. पाकिस्तान में 60 घंटे बिताने वाले मिग-21 फाइटर प्लेन के पायलट विंग कमांडर अभिनंदन की राजस्थान के जोधपुर से काफी यादें जुड़ी हैं. इस बीच अभिनंदन की वीरता की कहानी को अब प्रदेश के स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा, जिससे स्कल के बच्चे उनकी शौर्य गाथा पढ़ें.

अभिनंदन ने मिग-21 से पाकिस्तान के एफ-16 को बनाया था निशाना

बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को सीआरपीएफ काफिले पर आतंकी हमला हुआ था. जिसके बाद भारतीय वायुसेना ने 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट में घुसकर जैश के आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की. भारत की ओर से की गई एयर स्ट्राइक के जवाब में पाकिस्तान की वायुसेना ने 27 फरवरी को एफ-16 लड़ाकू विमान से भारतीय सीमा लांघने की कोशिश की. इसी दौरान विंग कमांडर अभिनंदन ने अपने मिग-21 से पाकिस्तानी वायुसेना के विमानों को खदेड़ने की कोशिश की.

करीब 60 घंटे बाद पाकिस्तान के कब्जे से लौटे वापस

अभिनंदन वर्तमान ने मिग-21 से करारा पलटवार करते हुए पाकिस्तान के एफ-16 लड़ाकू विमान को मार गिराया. हालांकि इसी दौरान अभिनंदन का मिग-21 क्रैश होने की वजह से वह प्लेन से कूद गए, लेकिन पाकिस्तान में एंट्री कर गए और पाकिस्तान ने उन्हें पकड़ लिया. करीब 60 घंटे तक पाकिस्तान के कब्जे में रहने के बाद 01 मार्च को पाकिस्तान ने अभिनंदन को भारत को सौंप दिया.