रोहित कश्यप,मुंगेली। जिले के सेवा सहकारी समिति सुरेठा में धान खरीदी कर्मचारियों ने भ्रष्टाचार का अनूठा रास्ता तैयार किया है. किसानों से धान खरीदी करने के बदले धान का घूस लिया जा रहा है. टोकन काटने से लेकर बारदाना देने और धान खरीदी करने के लिए यहां अलग-अलग रेट और घूस का प्रकार फिक्स है.
किसानों का कहना है कि बगैर घूस लिए किसानों की धान की खरीदी नहीं हो रही है. सरकार ने 25% बारदाना किसानों के द्वारा लाया जाना अनिवार्य किया है, जबकि यहां 50 प्रतिशत बारदाना मंगाया जा रहा है. घूस नहीं देने और 50 प्रतिशत बारदाना नहीं लाने पर किसानों की धान की खरीदी तो दूर टोकन भी नहीं काटा जा रहा है.
वहीं किसानों से प्रत्येक तौल में 40 के बजाय 42 किलो धान यहां किसानों से लिया जा रहा है. इसके अलावा यहां के कर्मचारियों की मनमानी इस कदर हॉवी है कि किसान जो बारदाना दे रहे हैं. उसकी पावती भी नहीं दी जा रही है. हद की बात तो यह है कि किसानों के द्वारा ली गई कर्ज की राशि से ज्यादा राशि जमा कराया जा रहा है. इसकी पावती भी नहीं दी जा रही है.
ये है शिकायत
शिकायत कर्ता किसानों ने बताया कि किसान गोरे लाल साहू, विमल किशोर, सुरेश कुमार साहू से 200 बोरी धान की खरीदी में 15 -15 बोरी धान घूस लिया गया है. इसी तरह बिहारी कश्यप के साथ प्रबंधक के द्वारा मारपीट और गाली गलौज किया गया. उमाराम साहू से 25 हजार कर्ज के बदला 31 हजार जमा करवाया गया है. इसी तरह कृषक परितोष से 6 बोरी अतिरिक्त धान लिया गया है, तब धान की खरीदी की गई है.
मारपीट और गली-गलौज और घूस
किसानों से घूस लेकर धान खरीदी करने की शिकायत के अलावा घूस देने में इनकार करने वाले अगर कोई विरोध करते हैं, तो उनके साथ धान खरीदी कर्मचारियों के द्वारा मारपीट से लेकर गाली गलौज दे रहे हैं. किसानों ने खरीदी प्रबंधक मन्नू कश्यप, प्रभारी राजेश कश्यप, ऑपरेटर जितेंद्र कश्यप के खिलाफ बीजेपी नेत्री शीलू साहू के नेतृत्व में किसानों ने कलेक्टर और एसपी से लिखित शिकायत की है. तत्काल वहां से हटाने की मांग के अलावा विभागीय कार्रवाई की मांग की है. इसके बावजूद अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई.
भाजपा नेत्री ने अधिकारियों पर लगाया संरक्षण का आरोप
मामले पर भाजपा नेत्री शीलू साहू का कहना है कि किसान हितैषी बताने वाली सरकार के राज में धान खरीदी कर्मचारियों के द्वारा मारपीट और गाली-गलौज किया जाना अत्यंत ही निंदनीय है. इसके अलावा टोकन काटने से लेकर बारदाना देने और धान खरीदी के लिए घूस लिया जाना जिला प्रशासन के अधिकारियों की सुस्त रवैया को दर्शाता है. ऐसे कार्यों में लिप्त दोषी कर्मचारियों पर तत्काल कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.
जांच कर कार्रवाई का भरोसा
मामले की शिकायत बैगाकापा गांव के किसानों ने धान खरीदी कर्मचारियों के खिलाफ कलेक्टर और एसपी से की है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. वहीं सहायक पंजीयक यूके कौशिक ने कहा कि वे इस मामले की जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई करेंगे.
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