रायपुर। बजट सत्र में सामाजिक सुरक्षा पेंशन बैंक के माध्यम से भुगतान किए जाने से ग्रामीणों को हो रही परेशानी का मामला विमल चोपड़ा ने ध्यानाकर्षण के जरिए उठाया. साथ ही सरकार के पेंशन लेने के लिए 4 किलोमीटर दूर नहीं जाने का दावा भी खोखला होने का आरोप लगाया.

इस पर समाज कल्याण मंत्री रामशीला साहू ने कहा कि बैंक से पारदर्शिता के साथ पूर्ण निश्चित भुगतान हो रहा है. समय पर राशि बैंक में जमा की जाती है. कुछ गांवों में बैंक बिजनेस कॉरेस्पॉन्डेंट के जरिए भुगतान किया जा रहा है.

मंत्री रमशीला साहू ने ये भी जानकारी दी कि बैंक से सुविधापूर्ण भुगतान किया जा रहा है. महासमुंद जिले में 80 बैंक मित्र काम कर रहे हैं.

इधर विमल चोपड़ा ने कहा कि पेंशन की अधिकांश राशि हितग्राहियों के बैंक आने-जाने में खर्च हो जाती है. मंत्री रमशीला साहू को जांच कराने की चुनौती देते हुए कहा कि किसी भी गांव में समय पर पेंशन नहीं दिया जाता.

मंत्री रमशीला साहू ने कहा कि हर महीने की 7 तारीख को पेंशन जमा हो जाता है. उन्होंने कहा कि आप जिस गांव के बारे में कहेंगे, वहां बिल्कुल जांच कराई जाएगी. संबंधित दोषी के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी.

मंत्री ने जांच की मांग स्वीकार की

विमल चोपड़ा ने खड़सा गांव की जांच की मांग की. जिसे मंत्री ने स्वीकार कर लिया. विधायक चोपड़ा ने कहा कि 191 ग्राम पंचायत में 80 बिजनेस कॉरेस्पॉन्डेंट काम करने का दावा सरकार कर रही है, लेकिन वहां इंटरनेट नहीं हैं, इसलिए नकद भुगतान की व्यवस्था होनी चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि बैंक में हितग्राहियों से उपेक्षापूर्ण व्यवहार होता है.

इस पर मंत्री रमशीला साहू ने कहा कि सरकार ने पर्याप्त व्यवस्था की है. उन्होंने कहा कि नकद भुगतान नहीं किया जा सकता है. बुजुर्गों को कोई असुविधा नहीं हो रही है.

वहीं शिवरतन शर्मा ने कहा कि बुजुर्गों को व्यावहारिक दिक्कतें आ रही हैं. उन्होंने कहा कि 80 साल से अधिक उम्र के लोगों के अंगूठे के निशान नहीं मिलते, इसलिए सभी जगह बैंक मित्र की व्यवस्था की जाए.

इस पर मंत्री रमशीला साहू ने कहा कि इसकी व्यवस्था की जाएगी. विमल चोपड़ा ने कहा कि हितग्राही के स्वयं के आवेदन पर नकद भुगतान की व्यवस्था की जाए. हालांकि मंत्री जी ने इससे इनकार कर दिया.