कुंदन कुमार, पटना. बिहार में अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा का चुनाव होने वाला है. उससे पहले आज शुक्रवार (28 फरवरी) से बिहार विधान मंडल का बजट सत्र शुरू हो रहा है. बजट सत्र इस बार हंगामेदार होगा और इसको लेकर विपक्ष ने भी रणनीति तय कर ली है. चुनावी साल में एक महीना तक चलने वाले इस बजट सत्र में विपक्ष की ओर से सरकार को सदन में घेरने की रणनीति बनाई गई है.

अपराध और आरक्षण पर सरकार को घेरेगी विपक्ष

विपक्ष सरकार को अपराध, आरक्षण, नौकरी, रोजगार और पलायन सहित कई मुद्दों पर सदन के अंदर घेरने का काम करेगी. आपको बता दें कि इस बार बजट सत्र में कुल 20 बैठक होगी. यह बजट चुनावी साल का है. राजनीतिक विशेषज्ञ मानते हैं कि यह बजट कहीं ना कहीं खास होगा. वहीं, नीतीश सरकार का चुनावी साल में यह अंतिम बजट है.

दोनों सदनों के सदस्यों को संबोधित करेंगे राज्यपाल

बजट सत्र के पहले दिन यानी की आज सेंट्रल हॉल में राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान दोनों सदनों के सदस्यों को संयुक्त रूप से संबोधित करेंगे. वहीं, सरकार आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट सदन में रखेगी. साथ ही शोक प्रस्ताव होगा. कल और परसों शनिवार और रविवार को सदन की कोई कार्रवाई नहीं होगी, जबकि 3 मार्च को 2025- 26 का बजट सरकार पेश करेगी और राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा होगा.

28 मार्च तक चलेगा बजट सत्र

4 मार्च को राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव होगा. वहीं, 5 मार्च को वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजट पर चर्चा होगी. 6 मार्च को बजट पर सरकार जवाब देगी, उसके साथ-साथ 7 मार्च को बजट के अनुदान मांगों पर चर्चा और मतदान होगा. इस बार शुरू होने वाला यह बजट सत्र 28 मार्च तक चलेगा, जिसमें शून्यकाल प्रश्न काल से लेकर ध्यानाकर्षण के प्रश्नों का उत्तर भी संबंधित विभाग के मंत्री देंगे.

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