रायपुर। राजधानी पुलिस धोखाधड़ी के आरोपी विमल जैन और वैभव जैन को प्रोडक्शन वारंट पर रायपुर नहीं ला पाई. आरोपियों के वकील ने कोर्ट में बीमारी की बात कही है. दोनों बिलासपुर के एक अस्पताल में भर्ती हुए हैं. बता दें कि दोनों पिता-पुत्र पर तेलीबांधा, सिविल लाइन, गोलबाजार समेत राजधानी के कई थानों में धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं.
गौरतलब है कि कल एजेंसी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले विमल जैन और वैभव जैन की जमानत याचिका कल जिला एवं सत्र न्यायाधीश एन डी तिगाला ने खारिज कर दी. बता दें कि रायपुर के वैभव जैन ने टोयोटा की एजेंसी दिलाने के नाम पर 2016 में बिलासपुर के दिग्विजय सिंह बाली से 10 लाख रुपए और अभिलाष बैनर्जी से वर्षा अर्थकॉन की एजेंसी दिलाने के नाम पर 60 लाख रुपए वसूल लिए. हिर्री पुलिस ने इस मामले में वैभव जैन, विमल जैन, वरुण जैन और वर्षा के खिलाफ भी अपराध दर्ज किया था. पिछले सप्ताह हिर्री पुलिस ने विमल जैन और वैभव जैन को रायपुर से गिरफ्तार किया था. जेल में बंद पिता-पुत्र ने जिला सत्र न्यायाधीश के यहां जमानत के लिए याचिका लगाई थी, जिसे न्यायालय ने मामले के विवेचनापूर्ण होने कारण जमानत आवेदन खारिज कर दिया.
बता दें कि रवि भवन के प्रमोटर बिल्डर विमल जैन और उनके बेटे वैभव को तेलीबांधा पुलिस ने बिलासपुर जेल में गिरफ्तार किया था. कोर्ट से प्रोडक्शन वारंट जारी होने के बाद उनकी गिरफ्तारी की गई. आज 3 अप्रैल को विमल और उनके बेटे को रायपुर लाया जाना था.