वीरेंद्र गहवई, बिलासपुर. प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद निगम का अतिक्रमण दस्ता लगातार कार्रवाई में जुटा हुआ है. पहले शहर और ग्रामीण इलाकों में शराब-भट्ठियों के पास बने चखना सेंटर को तोड़ने की कार्रवाई की गई. उसके बाद अवैध प्लाटिंग पर बुलडोजर चलाया जा रहा है.

बता दें कि सड़क किनारे गुमटी ठेला लगाकर व्यवसाय करने वालों को हटाने की कार्रवाई भी की जा रही है, लेकिन निगम प्रशासन की यह कार्रवाई सवालों के घेरे में आने लगी है. क्योंकि बड़े व्यवसायी और रसूखदार लोगों पर निगम के अफसर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं और न ही सत्ता में बैठे लोग कार्रवाई करने का इशारा कर रहे हैं. जिसकी वजह से सड़क किनारे अपनी आजीविका चलाने व्यवसाय कर रहे लोगों में कार्रवाई को लेकर आक्रोश है.

जानकारी के अनुसार, नगर निगम के कमिश्नर के बंगले के ठीक बाजू में बने कॉम्प्लेक्स में दुकानदारों ने पार्किंग पर कब्जा कर रखा है, लेकिन उन पर कार्रवाई ही नहीं हो रही. इसी तरह शहर में ऐसे कई होटल, बिल्डिंग और शॉपिंग कॉम्प्लेक्स हैं, जहां अतिक्रमण पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही. छोटे व्यवसाइयों पर कार्रवाई से उनमें गहरी नाराजगी है. इधर निगमकर्मी बड़े अफसरों के निर्देश पर कार्रवाई का हवाला दे रहे हैं.

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