उदयपुर। राजस्थान के उदयपुर में उदयपुर विकास प्राधिकरण (UDA) की बड़ी अतिक्रमण हटाओ मुहिम ने शहर को हिला कर रख दिया है. बालिचा बायपास किनारे करीब 2 लाख वर्ग फीट ‘बिला नाम’ सरकारी जमीन (बाजार मूल्य 100 करोड़ रुपये से अधिक) पर गुरुवार दोपहर से देर शाम तक 8 बुलडोजर चलाकर 50 से ज्यादा निर्माणाधीन मकान, बाउंड्री वॉल और कोठड़ियां ध्वस्त कर दी गईं.

कार्रवाई में सैकड़ों परिवार बेघर हो गए, जिनकी जीवनभर की कमाई मलबे में दफन हो गई. प्रभावितों ने आरोप लगाया कि बिना किसी पूर्व नोटिस के यह कार्रवाई की गई, जबकि वे दशकों से यहां रह रहे है.

बेघर परिवारों का फूटा गुस्सा: BJP कार्यालय पहुंच प्रदर्शन

शुक्रवार सुबह ध्वस्त मकानों के सैकड़ों पीड़ित परिवार BJP जिला कार्यालय पहुंचे और जोरदार विरोध जताया. महिलाएं-बच्चे हाथों में तख्तियां लिए नारे लगा रहे थे. एक पीड़ित महिला ने एनडीटीवी से कहा, “हमारे पिता-दादा के समय से यहां बसें है. 

विधायक फूल सिंह मीणा का पुराना वीडियो वायरल

उदयपुर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में आने वाले इस इलाके के BJP विधायक फूल सिंह मीणा का एक पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसमें वे लोगों से कहते दिख रहे हैं, “2023 से पहले बने मकानों को नहीं तोड़ा जाएगा.” पीड़ितों ने इसे आधार बनाकर सवाल उठाया कि आखिर वादा क्यों तोड़ा गया?

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