शरद पाठक, छिंदवाड़ा। छिंदवाड़ा के पातालकोट के जंगलों से अच्छी खबर आई है। सामान्यतया कान्हा नेशनल पार्क (Kanha National Park) में मिलने वाली दुर्लभ तितलियां पहली बार छिंदवाड़ा के पातालकोट के जंगलों (Patalkot Forest) में दिखाई दी हैं। छिंदवाड़ा वन विभाग ने 2 दिन में 55 प्रकार की प्रजातियों का सर्वेक्षण किया। जिसमें दो प्रकार की दुर्लभ तितलियां मिली। 

पचमढ़ी बायोस्फियर रिजर्व क्षेत्र के तामिया,पातालकोट, देलाखारी और छिंदी के जंगलों में प्रदूषण और ध्वनि प्रदूषण कम होने की वजह से दुर्लभ प्रजाति की लार्ज ओक ब्लू (Large oakblue) और पेंटेड लेडी (painted lady) तितलियां पहली बार दिखाई दी। यह तितलियां पिछले दिनों कान्हा नेशनल पार्क के जंगलों में मिली थी।

छिंदवाड़ा के अलग अलग वन परिक्षेत्र में तितलियों  का सर्वेक्षण किया। जिसमें कुल 55 प्रकार की प्रजातियां तामिया और अन्य क्षेत्रों में मिली। इनमें से पहली बार दो दुर्लभ प्रकार की तितलियों की प्रजाति इन परिक्षेत्रों में मिली हैं। 20 से 23 नवंबर तक चले इस सर्वेक्षण में मुख्य रूप से यूथ हॉस्टल एसोसिएशन ऑफ इंडिया के 12 वालंटियर और वन कर्मियों ने दुर्गम क्षेत्रों में सर्वेक्षण किया। सर्वेक्षण में लार्ज ओक ब्लू और पेंटेंड लेडी प्रजाति की तितलियां पहली बार मिली। मूलतः ये तितलियां अन्य परिक्षेत्रो में पाई जाती हैं, लेकिन पहली बार छिंदवाड़ा में इन तितलियों की आमद पर्यावरण के बेहतर संतुलन का संदेश दे रही है।

डीएफओ ईश्वर जरांडे ने कहा कि तामिया के डेम, राजाखोह, ग्वालगढ़ पहाड़ी तथा झिंगरिया नेचर ट्रेल सहित कुल नौ ट्रेल्स पर दो दिनों तक सर्वेक्षण चला है। इस दौरान कुछ दुर्लभ प्रजातियों को भी देखा गया है ।तितलियों में इन प्रजातियों को बड़ा खास माना जाता है ।

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