रायपुर.अपने भविष्य को लेकर निश्चितताओं और अनिश्चतताओ के बीच झूलते शिक्षाकर्मियो के हर सवालों का जबाब सोमवार को होने वाली केबिनेट बैठक के बाद स्पष्ट हो जाएगा.संयुक्त शिक्षाकर्मी संघ के प्रांताध्यक्ष और मोर्चा प्रदेश संचालक केदार जैन ने बताया कि सोमवार का दिन शिक्षाकर्मियों के सम्पूर्ण सेवाकाल का सबसे संवेदनशील समय होगा. संविलियन के स्वरूप को लेकर आशंकित शिक्षाकर्मियों की आ रही लगातार प्रतिक्रियाओं के संबंध में केदार जैन ने कहा कि ये वक्त संभावनाओं पर अटकलें लगाकर आपसी वैमनस्यता को बढ़ावा देने का नहीं. वरन मोर्चे के संकुल से लेकर प्रान्तीय पदाधिकारियों द्वारा संविलियन के सकारात्मक पक्ष को प्रत्येक शिक्षाकर्मियों तक पहुंचाने का है.

महिला प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष ममता खालसा ने कहा कि संविलियन,वर्षों से बिछड़े हुए शिक्षाकर्मी परिवारों को पुनः एक कर देगा . इनके अतिरिक्त अन्य पदाधिकारियोंं ने कहा कि सोमवार को जहां एक ओर केबिनेट की बैठक है. वहीं दूसरी ओर मोर्चा की प्रान्तीय बैठक भी आयोजित है. जहां सरकार के निर्णय पर शिक्षाकर्मियों की पैनी नजर रहेगी और वहाँ से आगामी रणनीति की घोषणा होगी. शिक्षाकर्मियों ने कहा कि सहायक शिक्षक पंचायत की वेतन विसंगति,क्रमोन्नति,वरिष्ठता निर्धारण,वर्ष बंधन जैसी तमाम आशंकाओं पर हम एक साथ हैं. और विसंगति रहित संविलियन की अपेक्षा करते हैं,सबका साथ सबका विकास की भावना के साथ हम सभी के द्वारा उठाई गई उंगली का भी परिणाम भी सकारात्मक ही होगा.