कैलाश जायसवाल,रायपुर. छत्तीसगढ़ चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज का चुनाव आगामी 18 दिसम्बर को होने जा रहा है. जिसे लेकर व्यापारी वर्ग में खासा उत्साह देखा जा रहा है. चुनाव की तारीख के नजदीक आते देख उम्मीदवारों ने चुनाव के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. प्रचार के अंतिम दिनों में घमासान तेज़ हो गई है.

इस चुनाव में तीन पैनल की साख दांव पर लगी हुई है. जिसमें एकता पैनल से जितेंद्र बरलोटा,व्यापारी विकास पैनल के यूएन अग्रवाल और प्रगति पैनल से अमर गिदवानी अध्यक्ष पद के उम्मीवार है. सभी उम्मीदवार इस चुनाव में अपनी अपनी जीत के दावे कर रहे है.

इस बार का चैम्बर चुनाव काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. क्योंकि इस चुनाव में किसी पैनल की जीत यह तय कर देगी कि विधानसभा चुनाव में व्यापारियों का रुख क्या होगा. वे सत्ता के साथ खड़े रहेंगे या विरोध में जाएंगे. नोटबन्दी और जीएसटी का बदला लेंगे या सबकुछ मुस्कुराकर सह लेंगे.

इस चुनाव में राजनितिक दलों से जुड़े हुए लोग भी सक्रिय नजर आ रहे है. प्रदेश भर में व्यापारी मतदाताओं का एक बड़ा समूह है. इसलिए कोई भी पैनल किसी भी कीमत पर कहीं पर भी कोई कसर छोड़ना नहीं चाहता है. और यही कारण है कि अब इन तीनों पैलनों ने चुनाव के अंतिम दौर में प्रचार तेज कर दिया है.

इसी कड़ी में एकता पैनल के उम्मीदवारों ने रायपुर के सदर बाजार में व्यापारियों के बीच में जाकर प्रचार किया. इन उम्मीदवारों का भी व्यापारियों ने जोरदार स्वागत किया. व्यापारियों के इस स्वागत को देख कर एकता पैनल के उम्मीदवार अपनी जीत सुनिश्चित मान रहे है. एकता पैनल के उम्मीदवार की माने तो इस चुनाव में जातिवाद हावी नहीं रहेगा, बल्कि मतदाता व्यापारी हित को ध्यान में रखकर वोट करेंगे.

परिणाम को लेकर सट्टा बाजार हुआ गर्म:-

जहां एक ओर चैम्बर चुनाव को लेकर उम्मीदवार जोर अजमाईश कर रहे है. तो ही दूसरी और इस चुनाव को लेकर सट्टा बाजार भी गर्म हो गया है. सूत्रों की माने तो सबसे ज्यादा भाटापारा में सट्टा बाजार में तेजी आई है. क्योंकि यह रायपुर और बिलासपुर के बीच का शहर है. इस कारण से यह सट्टा जैसे कारोबार के लिए सबसे सुरक्षित जगह मानी जा रही है. हालांकि भाटापारा के सट्टा बाजार को रायपुर से ही संचालित किया जाता है और सट्टा बाजार का भाव भी रायपुर से तय किया जाता है.

अब तक के भाव की बात करें तो एकता पैनल के उम्मीदवार जितेंद्र बरलोटा के लिए खाईवाल ने सबसे कम भाव खोला है. यानि की खाईवाल उन्हें मजबूत उम्मीदवार मान रहे है. विकास पैनल के यूएन अग्रवाल और प्रगति पैनल के अमर गिदवानी पर लगभग थोड़े से अंतर में एक ही भाव तय किया गया है.

सटटा बाजार की माने तो सबसे ज्यादा भाव वाले को बाजार में कम आका जाता है. वही सबसे काम भाव वाले को ज्यादा. फिलहाल सटटा बाजार में दोनों प्रत्याशियों पर दाव लग रहे है. इस बार के चैम्बर चुनाव में करोडो रुपए का सट्टा लगने की उम्मीद जताई जा रही है