Laddu Gopal Bhog : लड्डू गोपाल तो सभी अपने घरों में रखते हैं. आज भी उत्तर और मध्य भारत के कुछ राज्यों में बेटी का कन्यादान लड्डू गोपाल के साथ होता है. सभी क्षेत्र और जगहों में लड्डू गोपाल के सेवा का नियम अलग है. बहुत से घरों में आज भी सुबह स्नान और पूजा के बाद मेवा-मिष्ठान का भोग लगाया जाता है और शाम में दीप जलाकर भोग लगाया जाता है.
वहीं बहुत से जगहों में, खासकर ब्रजधाम के क्षेत्रों में लड्डू गोपाल की पूजा के साथ-साथ उनकी सेवा बिल्कुल एक छोटे बालक की तरह की जाती है.सुबह शाम के पूजन और शयन आरती के अलावा उन्हें भोग में उस चीज को खिलाया जाता है, जो वे अपने लिए बनाते हैं. ऐसे भी बहुत लोग हैं, जिनके मन में यह सवाल आता है कि क्या लड्डू गोपाल को नमकीन और बिस्कुट का भोग लगाया जा सकता है?
यदि आप अपने लड्डू गोपाल को एक बालक और भगवान की तरह मान रहे हैं, तो उनकी सेवा अपने बालक की तरह कर सकते हैं. लेकिन ध्यान रखें कि वो भगवान हैं और उनकी सेवा भाव में कोई गलती न हो. आप उन्हें भोग के रूप में नमकीन या बिस्कुट तो चढ़ा सकते हैं, लेकिन वह सात्विक और शुद्ध होना चाहिए.
लड्डू गोपाल को भोग लगाते वक्त इन बातों का रखें ध्यान
1-आप लड्डू गोपाल को नमकीन और बिस्कुट का भोग लगा सकते हैं, लेकिन वह शुद्ध और पवित्र होना चाहिए.
2-बिस्कुट का भोग लगाते वक्त पैकेट को पढ़ें, कहीं बिस्कुट में अंडा या दूसरी तामसिक चीजों का उपयोग तो नहीं हुआ है.
3-पैक्ड आइटम का भोग लगा रहे हैं, तो हरे रंग के निशान का ध्यान दें. हरे रंग का निशान शाकाहारी भोजन का चिन्ह है.
4-नमकीन आइटम का भोग लगा रहे हैं, तो उसमें लहसुन और प्याज का उपयोग न हुआ हो. सेव और आलू भुजिया में लहसुन का इस्तेमाल किया जाता है.
5-यदि आपके पास समय है तो आप लड्डू गोपाल के लिए घर पर ही नमकीन या बिस्कुट का भोग तैयार कर सकते हैं, बाजार से खरीदने की तुलना में यह ज्यादा पवित्र होगा.
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