अजयारविंद नामदेव, शहडोल। मध्यप्रदेश पंचायत चुनाव (Madhya Pradesh Panchayat Election) में वोटिंग से पहले ही विवादित मामले सामने आने लगे है। पंचायत चुनाव में किडनैपिंग की एंट्री (Kidnapping entry in Panchayat elections) हुई है। मामला जिले के जनपद पंचायत बुढार अंतर्गत ग्राम पंचायत टिकुरी में सामने आया है। जहां उम्मीदवार के प्रस्तावक को जैतपुर विधानसभा भाजपा विधयाक के पति और उनके साथियों पर किडनैप करने का आरोप लगा है। जो कि सरपंच पद के दावेदार भी है । विधयाक पति ने उनके ऊपर लगे सभी आरोपो को सिरे से खारिज करते हुए षड्यंत कर चुनावी रंजिश बताया है। जिसे अब कांग्रेस चुनावी मुद्दा बना रही है। 

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राजेन्द्र सिंह बबुआ, आरोप के घेरे में विधायक पति

दरअसल जनपद पंचायत बुढार अंर्तर्गत ग्राम पंचायत टिकुरी टोला निवासी राम प्रसाद सिंह सरपंच पद के उम्मीदवार पूरन सिंह के प्रस्तावक है । जिन्होंने कांग्रेस के साथ तहसील कार्यालय पहुंच रिटर्निग ऑफिसर पंचायत चुनाव को आवेदन देकर सरपंच पद के प्रतिद्वन्दी जैतपुर विधानसभा भाजपा विधायक के पति राजेन्द्र सिंह बबुआ पर शहडोल में विधायक भवन पर साथियों से जबरन बुलवाकर  बंधक बना कर रखने का आरोप लगाया है।

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साथ ही यह भी आरोप लगाया कि बबुआ सिह जबरन मुझसे एक स्टाम्प पेपर में दस्तखत कराकर उसका गलत उपयोग किया है। जबकि मेरे द्वारा किसी भी कार्यालय में उपस्थित होकर कोई भी कागज प्रस्तुत नहीं किया गया है। साथ ही उन लोगों ने 1 किलोमीटर दूर एक दिन बाद रिहा कर किसी से कुछ नहीं बताने की धमकी दी थी। वही प्रस्तावक राम प्रसाद सिंह ने मांग की है कि इस कृत्य को करने वालो पर उचित कार्रवाई की जाए।

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राजनीतिक द्वेष के चलते लगाए जा रहे आरोप 

वही इस पूरे मामले में विधयाक पति सरपंच पद के उम्मीदवार राजेन्द्र प्रसाद ने कहा कि ऊपर लगे गए सभी आरोप निराधार है। मेरी पत्नी विधयाक है, इसलिए राजनीतिक द्वेष के चलते प्रतिद्वंदियों द्वारा षड्यंत कर चुनावी रंजिश के चलते इस तरह के आरोप लगा रहे हैं। जबकि गांव में आपसी सहमति से मुझे सरपंच पद के लिए निर्विरोध सरपंच पद के लिए चुनने का निर्णय लिया गया था। अब अचानक पूरन सिह मेरे अगेटन्स कैसे फार्म भर दिया और अब अनर्गल आरोप लगवा रहा है।

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जांच का बाद मामला होगा स्पष्टः तहसीलदार 

वहीं मामले में बुढार तहसीलदार मीनाक्षी बंजारे ने कहा कि निर्वाचन नियमों के अनुसार यदि समीक्षा में सभी फार्म निरस्त हो जाय और एक व्यक्ति निर्विरोध हो जाए तो ऐसी स्थिति में उस आदेश का एसडीएम साहब के पास पुनर्निरक्षण होता है। इसके बाद जो परिणाम आएंगे उसके अनुसार कार्रवाई होगी।, वहीं प्रस्तवक को किडनैपिंग करने के मामले में कहा कि शिकायत दर्ज कराई गई है। जांच के बाद मामला स्पस्ट होगा।

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