चंडीगढ़। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है. ऐसी संभावना है कि वे कल नई पार्टी का एलान कर सकते हैं, ऐसे में पंजाब कांग्रेस में हलचल तेज हो गई है. कैप्टन ने कल चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है. अमरिंदर के प्रेस कॉन्फ्रेंस का पता चलते ही कांग्रेस ने अपने विधायकों से संपर्क साध लिया है. इसके अलावा बड़े नेताओं की मूवमेंट पर भी नजर रखी जा रही है. चर्चा है कि अमरिंदर के साथ कांग्रेस के दिग्गज नेता भी कॉन्फ्रेंस में नजर आ सकते हैं.

कैप्टन अमरिंदर सिंह को लेकर आमने-सामने भाजपा और कांग्रेस

 

खासकर, चरणजीत सिंह चन्नी के CM बनने के बाद मंत्री पद से हटाए गए विधायकों पर भी सबकी नजर है. इनमें राणा गुरमीत सोढ़ी, साधु सिंह धर्मसोत, गुरप्रीत कांगड़, बलबीर सिद्धू और शाम सुंदर अरोड़ा शामिल हैं. चर्चा यह भी है कि कांग्रेस के करीब 15 विधायक अमरिंदर के संपर्क में हैं.

 

कैप्टन के करीबियों ने छोड़ा साथ

इधर कैप्टन के करीबियों ने अभी से ही उनका साथ छोड़ना शुरू कर दिया है. इनमें सबसे बड़ा नाम कैप्टन संदीप संधू का है, जो अमरिंदर के CM रहते उनके सलाहकार रहे. सरकार में उन्हें अमरिंदर का सबसे करीबी और ताकतवर माना जाता था. अमरिंदर को हटाने पर उन्होंने सलाहकार पद छोड़ दिया था. माना जा रहा था कि कांग्रेस में उन्हें स्वीकार नहीं किया जाएगा, लेकिन अचानक वह डिप्टी CM सुखजिंदर रंधावा के साथ नजर आ गए. वहीं, केवल ढिल्लो को भी कैप्टन का करीबी माना जाता था, लेकिन वे भी नई सरकार के साथ चल रहे हैं.

सिंघु बॉर्डर पर मजदूर से मुर्गा मांगने पर टांग तोड़ने वाले निहंग को पुलिस ने किया गिरफ्तार

 

कैप्टन अमरिंदर से जुड़ा बड़ा मुद्दा उनकी पाकिस्तानी मित्र अरूसा आलम का है, जिनको लेकर कांग्रेस की सरकार ने ही सियासत शुरू की. हालांकि, कैप्टन ने सबको अरूसा की सोनिया गांधी समेत दिग्गज हस्तियों के साथ फोटो जारी कर जवाब दिया. दूसरा मामला किसान आंदोलन का है, जिस पर अमरिंदर की नई पार्टी की सियासत घूम रही है. अमरिंदर ने कृषि कानूनों पर फैसले के बाद ही BJP से गठजोड़ की बात कही है. कैप्टन अमरिंदर सिंह पहले ही कांग्रेस छोड़ने की बात कह चुके हैं. उन्होंने दिल्ली दौरे के बाद कहा कि वह कांग्रेस छोड़ रहे हैं. अमरिंदर ने यहां तक कहा कि चाहे नवजोत सिंह सिद्धू को भी कांग्रेस निकाल दे, लेकिन उनके दरवाजे अब कांग्रेस के लिए बंद हो गए हैं. अमरिंदर ने यह भी कहा कि वे BJP में शामिल नहीं होंगे. वे अपनी अलग पार्टी बनाएंगे, यानी नई पार्टी बनाकर चुनाव लड़ेंगे. वे भाजपा से गठबंधन जरूर कर सकते हैं.