रायपुर. बिलासपुर के एक निजी अस्पताल ने हादसे के बाद एक मरीज को अपने अस्पताल में करीब 1 महीने तक भर्ती रखा. वहां दवा और अस्पताल का बिल मिलाकर 8 लाख से अधिक रुपए खर्च हुए, लेकिन अब अस्पताल प्रबंधन ने उसे एम्स रेफर कर दिया है. ये पूरा मामला बिलासपुर के केयर एड क्यूर हॉस्पिटल का है. मरीज के परिजनों का आरोप है कि अस्पताल में आयुष्मान कार्ड और छत्तीसगढ़ शासन की स्वास्थ्य योजना के तहत भी उन्हें लाभ नहीं दिया जा रहा है.
मरीज की मां ने लल्लूराम डॉट कॉम को एक वीडियो बनाकर भेजा है, जिसमें उन्होंने मदद मांगी है. इस वीडियो में उन्होंने बताया है कि उन्होंने बिलासपुर विधायक से भी मदद मांगी, लेकिन उन्होंने भी मरीज के लिए कोई मदद नहीं की.
हॉस्पिटल के डॉ सिद्धार्थ वर्मा ने लल्लूराम डॉट कॉम के से बातचीत में कहा कि
मरीज का डयूरा प्लास्टिक सर्जरी करना पड़ेगा और हमारे पास विशेषज्ञ नहीं है, इसलिए एम्स रेफ़र किए हैं. एम्स के डॉक्टर एवं प्रबंधन से हमारी कोई बातचीत नहीं हुई है हमने प्लास्टिक सर्जन से कंसल्ट किया उसी अनुरूप रेफ़र किया है. उन्होंने कहा कि हमने हेड इनज्यूरी का ऑपरेशन किया था, मस्तिष्क में ज़्यादा सुजन होने की वजह से डयूरा को पूरा पैक नहीं किए थे इसलिए फिर से ऑपरेशन करना पड़ेगा लगभग एक माह से मरीज हमारे यहा भर्ती हैं. डॉ वर्मा ने ये भी कहा कि मरीज को उनके कुछ रिश्तेदार भड़का रहे है, जबकि हकीकत ये है कि मरीज के परिजनों ने लिखित में अस्पताल को ये दिया हुआ है कि उनकी अस्पताल में इलाज के दौरान काफी मदद की गई है. उन्होंने कहा कि मरीज काफी गंभीर था और करीब 15 दिनों तक वेंटीलेटर में था और अभी भी मरीज का इलाज अस्पताल में जारी है. देखें पूरा Video, मरीज की मां ने क्या कहा