चेन्नई भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो ने 27 नवंबर की सुबह देश की सुरक्षा के लिए इतिहास रचा है. इसरो ने सुबह 9.28 बजे मिलिट्री सैटेलाइट कार्टोसैट-3 (Cartosat-3) को सफलतापूर्वक लॉन्च कर दिया है. यह कार्टोसैट श्रृंखला का नौवां उपग्रह है जिसे यहां से 120 किलोमीटर दूर श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के द्वितीय लॉन्च पैड से प्रक्षेपित किया गया है. अब भारतीय सेनाएं पाकिस्तान की नापाक हरकत और उनकी आतंकी गतिविधियों पर बाज जैसी नजर रख पाएंगी.

धरती की निगरानी एवं मानचित्र उपग्रह कार्टोसैट-3 के साथ अमेरिका के 13 नैनो उपग्रहों के प्रक्षेपण किया गया है. ये सैटेलाइट्स कॉमर्शियल उपयोग के लिए हैं.

 

अंतरिक्ष एजेंसी के अनुसार कार्टोसैट -3 एक तीसरी पीढ़ी का फुर्तीला, उन्नत उपग्रह है जिसमें उच्च-रिजॉल्यूशन इमेजिंग क्षमता है, जो अंतरिक्ष से भारत की सीमाओं की निगरानी करने में भी मदद करेगा. इसे 97.5 डिग्री के झुकाव पर 509 किमी की कक्षा में रखा जाएगा. यह उपग्रह उच्च गुणवत्ता वाले फोटो दिलाएगा, जो ग्रामीण संसाधन, शहरी नियोजन, तटीय भूमि उपयोग, बुनियादी ढांचे के विकास, भूमि कवर आदि की मांग को पूरा करते हैं. लगभग एक मिनट बाद 13 अमेरिकी नैनोसैटेलाइटों में से एक को कक्षा में रखा जाएगा.