हेमंत शर्मा, इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में सूरत के दर्जनभर से ज्यादा कपड़ा कारोबारियों से ढाई करोड़ रुपए से ज्यादा की धोखाधड़ी का मामला सामने आया था। शिकायत के बाद क्राइम ब्रांच की टीम ने इसमें 4 आरोपियों की गिरफ्तारी भी की थी। वहीं अन्य दो आरोपी फरार हो गए थे, जिन पर पुलिस ने इनाम भी घोषित किया था। क्राइम ब्रांच की टीम ने 7 हजार के इनामी एक और आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। जबकि मामले का एक अन्य आरोपी अब भी फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है। 

क्या है पूरा मामला      

दरअसल आरोपियों ने इंदौर में किराए की दुकानें खोलकर वहां के व्यापारियों से कुछ दिन कपड़े का कारोबार किया, समय पर पेमेंट भी दिया। जब विश्वास बन गया तो करोड़ों का माल मंगवा लिया और रातोंरात दुकानें बंद कर सूरत भाग गए। इनमें तीन ठग सूरत के तो एक इंदौर का है। सूरत के ठग इंदौर को सेंटर बनाकर सूरत के ही व्यापारियों से ठगी कर रहे थे।

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डीसीपी क्राइम ब्रांच निमिष अग्रवाल ने बताया कि कपड़ा व्यापारी सिमु इंपेक्स प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर सुमीर किनरा, रघुवीर फैब्रिक के शुभम वेद और आदित्य सिंथेटिक के कारोबारी ने इंदौर आकर क्राइम ब्रांच को शिकायत की थी। बताया था कि तिलक पथ मेन रोड और इमली बाजार इलाके में स्थित मेसर्स बालाजी फर्म और डीके ट्रेडिंग कंपनी के व्यापारियों ने उनसे लाखों की कपड़ा गठानें खरीदीं। फिर ढाई करोड़ से ज्यादा का पेमेंट दिए बगैर कारोबार समेटकर भाग गए। इन फर्मों के पते और जीएसटी नंबर निकलवाए तो इंदौर के निकले। इन्हीं पतों के आधार पर आरोपियों ने बैंक खाते भी खुलवा लिए थे जिनमें रुपया डलवाया। आरोपी अरविंद पांडे ने इंदौर में जीएसटी नंबर लेकर दो कपड़ा दुकानें खोलीं। फिर सूरत के व्यापारियों से व्यापार शुरू किया। शुरुआत के दो महीने आरोपियों ने छोटे-छोटे सौदे कर विश्वास बनाया। फिर धोखा दे दिया।

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क्राइम ब्रांच ने डीके ट्रेडिंग कंपनी प्रोपराइटर और बालाजी इंटरप्राइजेज प्रोपराइटर पर 406 ,409, 420, ,34 की धाराओं में एफआईआर दर्ज कर अरविंद पांडे, लक्ष्मीकांत शुक्ला, देवी प्रसाद उपाध्याय और चेतन जैन को गिरफ्तार किया था। जबकि ट्रेडिंग कंपनी का प्रोपराइटर दिवाकर मिश्रा मामला दर्ज होने के बाद से फरार चल रहा था। जिसके बाद डीसीपी निमिष अग्रवाल क्राइम ब्रांच ने दिवाकर मिश्रा की गिरफ्तारी पर 7 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था।  

पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी अपने गांव में रहकर पक्का मकान बनवा रहा था। आरोपी की जानकारी निकालने के बाद इंदौर क्राइम ब्रांच ने सस्ती सोलर कंपनी के कर्मचारी बनाकर आरोपी को गिरफ्तार किया है। फिलहाल अभी एक मुख्य आरोपी फरार है, जिसके लिए क्राइम ब्रांच ने टीम गठित की हुई है। साथ ही  जल्द पकड़ने का दावा क्राइम ब्रांच कर रही है। 

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