पुरुषोत्तम पात्र, गरियाबंद। कमार आदिवासियों की 30 एकड़ काबिज जमीन को अपने रिश्तेदारों के नाम करवाना मैनपुर के भाजपा नेता को भारी पड़ गया. मैनपुर थाने में भाजपा नेता की पत्नी, भाई और भाई समेत मामले में संलिप्त पटवारी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है.

मैनपुर थाना प्रभारी सत्येंद्र श्याम ने बताया कि मैनपुर निवासी भोला जगत ने शिकायत दर्ज कराई थी. मैनपुर तहसीलदार के प्रतिवेदन के आधार पर मामले में भाजपा नेता दिलीप साहू की पत्नी भूमिका साहू, भाभी संध्या साहू और बडे भाई महेंद्र साहू के अलावा पटवारी पीके कोमर्रा के खिलाफ आईपीसी की धाराएं 420, 467, 468, 471 के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया है.

10-10 एकड़ जमीन कराई थी परिवार के सदस्यों के नाम

नेता ने भाजपा सरकार के दौरान राजस्व अमला से सांठ-गांठ कर छोटे गोबरा व छिंदौला के 30 एकड़ जमीन को गलत तरीके से अपने परिवार के 3 सदस्यों के नाम 10-10 एकड़ दर्ज करवा लिया. शिकायत की जांच में इसकी पुष्टि भी हो गई. प्रतिवेदन में कहा गया कि आदिवासी कमार के जिन 8 परिवारों द्वारा काबिज की गई जमीन को कूटरचना से साहू परिवार ने अपने नाम करवाया है, वो जमीन उन गरीब परिवारों के जीवकोपार्जन का एकमात्र साधन था. पीड़ितों को न्याय दिलाने मैनपुर के पूर्व जनपद सदस्य भोला जगत ने मोर्चा खोल दिया.

राजस्व विभाग के दफ्तर में महीनों लटकी रही फाइल

भोला जगत ने इसकी शिकायत अप्रैल 2019 को राजस्व विभाग से की थी. मामले की जांच भी हुई, कूटरचना से हथियाये गए जमीन की पुष्टि भी हो गई. बोगस रकबे से आरोपियों ने पीएम निधि की राशि के अलावा सरकार के ऋण योजना, बोनस योजना का भी जमकर लाभ उठाना भी पाया गया. लेकिन नेताजी के रसूख के चलते मामला 6 माह से ज्यादा समय तक मैनपुर एसडीएम के दफ्तर में लंबित रहा. कांग्रेसी नेता विनोद तिवारी ने मामले में दखल देकर कलेक्टर नीलेश क्षीरसागर से कार्रवाई का आग्रह किया. तब जा कर मैनपुर तहसीलदार ने 31 दिसम्बर को,प्रतिवेदन समेत पत्र जारी कर दोषियों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध करने मैनपुर पुलिस को निर्देशित किया.