सीबीआई ने हैदराबाद के कारोबारी सना सतीश बाबू से दो करोड़ रुपए की रिश्वत कथित रूप से लेने के लिए अस्थाना के खिलाफ 15 अक्टूबर को प्राथमिकी दर्ज की थी. जिसके बाद अस्थाना ने आलोक वर्मा पर भी रिश्वत के आरोप लगाए थे.
नई दिल्ली. सीबीआई के टॉप अफसरों के बीच चल रही जंग पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी. केंद्रीय सतर्कता आयोग (CVC) के सामने छुट्टी पर भेजे गए डायरेक्टर आलोक वर्मा और स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना की पेशी हो चुकी है.
अब सीवीसी आज सुप्रीम कोर्ट में अपनी रिपोर्ट पेश करेगी. सीवीसी ने आलोक वर्मा मामले में जो भी जांच की है, उसको लेकर रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में सौंपी जाएगी. बता दें कि सीबीआई की इस जांच कमेटी की अगुवाई सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस एके पटनायक ने की थी. आज सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की बेंच इस मामले की सुनवाई करेगी. गौरतलब है कि रिश्वतखोरी विवाद में CBI प्रमुख आलोक वर्मा और जांच एजेंसी में नंबर दो राकेश अस्थाना को 23 अक्टूबर को छुट्टी पर भेज दिया गया था. दोनों ने ही इस फैसले के खिलाफ कोर्ट में अर्जी दायर की है.
समाचार एजेंसी के मुताबिक, सीबीआई (केंद्रीय जांच ब्यूरो) के निदेशक आलोक वर्मा और विशेष निदेशक राकेश अस्थाना ने केंद्रीय सतर्कता आयुक्त के. वी. चौधरी की अगुवाई में बनी समिति के समक्ष एक-दूसरे पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए, तथा खुद का बचाव किया. जांच समिति में चौधरी के अलावा सर्वोच्च न्यायालय के रिटायर जज ए. के.पटनायक और सतर्कता आयुक्त तेजेंद्र मोहन भसीन और शरद कुमार शामिल हैं. जानकार सूत्रों ने बताया कि समित के समक्ष एक घंटे तक चली जिरह में वर्मा ने खुद के ऊपर अस्थाना द्वारा लगाए गए आरोपों से इनकार किया.