नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा से पहले छात्रों के लिए जरूरी सूचना जारी की है. बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा में शामिल छात्रों को डिवीजन या डिस्टिंक्शन नहीं दिया जाएगा. इसके साथ ही ओवरऑल डिवीजन या एग्रीग्रेट मार्क्स देना का भी फैसला लिया है.

सीबीएसई एग्जाम कंट्रोलर संयम भारद्वाज ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं में कोई डिविजन या डिस्टिंक्शन नहीं देने की जानकारी देते हुए कहा कि कोई ओवरऑल डिवीजन, डिस्टिंक्शन या मार्क्स को एग्रीगेट यानी सभी विषयों में प्राप्त कुल मार्क्स का योग नहीं दिया जाएगा. इसके अलावा अगर किसी स्टूडेंट ने पांच से अधिक विषयों की पेशकश की है, तो एडमिशन के लिए इंस्टीट्यूट या एंप्लोयर केवल बेस्ट 5 विषयों के मार्क्स को ही आधार मानेगा.

भारद्वाज ने बताया कि बोर्ड अंकों के प्रतिशत की गणना, घोषणा या सूचना नहीं देता है. अगर हायर एजुकेशन या रोजगार के लिए मार्क्स के प्रतिशत जरूरत है, तो इंस्टीट्यूट या नौकरी देने वाला खुद मार्क्स की गणना कर सकते हैं. बोर्ड ने मार्क्स को ज्यादा को लेकर मची होड़ और अनहेल्दी कॉम्पिटिशन से बचने के लिए ये फैसला लिया है. इससे पहले सीबीएसई ने अनहेल्दी कॉम्पिटिशन से बचने के लिए मेरिट लिस्ट जारी करने की प्रथा को भी खत्म कर दिया था.

कब होंगी 10वीं-12वीं की परीक्षा

सीबीएसई द्वारा जारी आधिकारिक नोटिस के मुताबिक, सीबीएसई कक्षा 10वीं और 12वीं के लिए शैक्षणिक वर्ष 2023-24 की बोर्ड परीक्षाएं 15 फरवरी 2024 से शुरू होगी. 10वीं की परीक्षा 21 मार्च और 12वीं की परीक्षा 5 अप्रैल 2024 तक खत्म होने की उम्मीद है. हर साल 35 से 40 लाख स्टूडेंट 10वीं और 12वीं करने के लिए सीबीएसई में अपना रजिस्ट्रेशन कराते हैं. बोर्ड, परीक्षा से उचित समय पहले अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर डेटशीट जारी करेगा.