रायपुर.विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद से लगे आचार संहिता के दौरान पुलिस ने साढ़े तीन करोड़ रुपए से ज्यादा का कैश तो दस हजार से ज्यादा हथियार बरामद किया है. चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने छत्तीसगढ़ पहुंचे मुख्य निर्वाचन आयुक्त ओपी रावत ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि इस बार चुनाव में सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद प्रत्याशियों के हलफनामे में अपराधिक प्रकरणों की भी जांच की जाएगी.

मुख्य निर्वाचन आयुक्त रावत ने पत्रकार वार्ता में आश्वास्त किया कि चुनाव के दौरान प्रदेश के नक्सल प्रभावित इलाकों के साथ अन्य जगहों पर वोटर की सुरक्षा के लिए पूरे इंतजाम किए जाएंगे, किसी प्रकार से डरने वाली कोई बात नहीं है.  उन्होंने बताया कि राजनीतिक दलों के साथ पुलिस-प्रशासन के आला अधिकारियों के अलावा आयकर विभाग के अधिकारियों से इस संबंध में व्यापक चर्चा की है.

भड़काऊ भाषण पर कार्रवाई की मांग

उन्होंने बताया कि राजनीतिक दलों ने सामान्य सीटों के अलावा खासतौर से नक्सल एरिया में समुचित सुरक्षा और मतदान स्थल पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने की मांग की है.  इसके अलावा आचार संहिता के उल्लंघन के मामलों में और भड़काऊ भाषण देने पर कठोर कार्रवाई के अलावा 3 साल से अधिक अधिकारियों के एक जगह जमे होने के लिए हटाने की मांग की है. इसके अलावा लाभ के पद कार्यरत नेताओं को हटाने, चुनावी खर्चों पर निगरानी, बैलेट से चुनाव कराए जाने, शराब की बिक्री पर रोक लगाने या फिर कमीशन अपने हाथ में लेने की मांग की है.

सरकारी मोबाइल की शिकायतों पर देखेंगे मामला

मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि विधानसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लागू होने के बाद से अब तक 3,67,23,090 रुपए कैश सीज किए गए हैं. इस दौरान 13 पेड न्यूज की शिकायतें मिली हैं. 10870 आर्म जमा हो चुके हैं, वहीं गुंडा-बदमाशों पर लगातार कार्रवाई हो रही है. इस दौरान संचार क्रांति योजना के तहत बांटे गए मोबाइल पर आ रही शिकायतों पर उन्होंने कहा कि कहा इन शिकायतों को देखा जाएगा.

बस्तर में लगाई जाएगी स्याही

मुख्य निर्वाचन आयुक्त रावत ने बस्तर क्षेत्र में नक्सलियों की धमकी के मद्देनजर मतदाताओं के हाथ में लगाए जाने वाले अमिट स्याही को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि मतदाताओं को स्याही लगाई जाएगी. इसके अलावा उन्होंने पत्रकारों को आश्वास्त किया कि उन्हें चुनाव कवरेज के लिए पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी. उन्होंने बताया कि पहली बार एक्सेसिबिलीटी ऑब्जर्वर भेजे गए है, जो पूरी मोनिटरिंग कर रहे हैं. वहीं ऐसे पोलिंग बूथ बनाए जाएंगे जिनका संचालन सुरक्षा कर्मियों सहित केवल महिलाएं करेंगी.