नितिन नामदेव, रायपुर। आज के दौर में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंसी (AI) का हर क्षेत्र में दखल बढ़ता ही जा रहा है. डबिंग इंडस्ट्री भी इससे अछूती नहीं है. यहां भी AI का इस्तेमाल शुरू हो गया है. लेकिन इससे खतरा उन लोगों को है जो सिर्फ वॉइस ओवर करते हैं. जो लोग वॉइस एक्टिंग करते हैं उन्हें इससे जरा भी डरने की जरूरत नहीं है. वैसे भी जहां ह्यूमन टच चाहिए या इमोशंस चाहिए वहां AI कुछ बिगाड़ नहीं सकता. देश की जानी मानी वॉइस ऑर्टिस्ट और इंडिया वॉइस फेस्ट के 7 अवार्ड जीत चुकी नेश्मा चेंबुरकर ने आज लल्लूराम डॉट कॉम के साथ हुई एक्सक्लूसिव बातचीत के दौरान यह बात कही है.

आपको बता दें कि इन दिनों मुंबई में रहने वाली फेमस डबिंग आर्टिस्ट नेश्मा चेंबुरकर राजधानी रायपुर में है. नेहा बीते 35 सालों से बतौर डबिंग आर्टिस्ट काम कर रही है. इस दौरान उन्होंने कई फेमस हॉलीवुड फिल्मों, कार्टून एनीमेशन, फ़िल्मों और विज्ञापनों में अपनी आवाज दी है. उनके बहुचर्चित डबिंग कैरेक्टर्स में एवेंजर्स की ब्लैक विडो, कार्टून में लिटिल सिंघम की इंस्पेक्टर काव्या, पॉकेमोन, ड्रैगन बॉल ज़ी, जैसे सैकड़ों कैरेक्टर्स का नाम शामिल है.

नेश्मा ने महज 4 साल की उम्र से की थी डबिंग की शुरुआत

लल्लूराम ड़ॉट कॉम से हुई बातचीत में नेश्मा चेंबुरकर ने बताया कि उनकी 3 पीढ़ियां इस क्षेत्र से जुड़ी हुई है. उनके मम्मी-पापा भी डबिंग आर्टिस्ट थे और उन्होंने भी अपने भाई के साथ इस प्रोफेशन में जाने का फैसला किया. नेश्मा ने महज 4 साल की कच्ची उम्र से ही बतौर डबिंग आर्टिस्ट काम शुरू कर दिया था. सिर्फ यही नहीं उनके दोनों बच्चे भी उनकी ही तरह यह काम कर रहे हैं. उनके बेटे ने ढाई साल की उम्र से ही वॉइस डबिंग शुरू कर दी है. जिसमे नेश्मा उनका साथ देती है.

नेश्मा ने बताया कि उन्होंने सभी तरह के सीरियल में काम किया है. वह अब तक कई इंटरएक्टिव वॉयस रिस्पांस (IVR), ऑडियोबुक, ऑडियो ड्रम, ब्रॉडकास्ट, चैनल प्रोमो, डिस्कवरी के शो, कार्टून शो जैसी अलग-अलग कैटिगरीज में कई अवार्ड जीत चुकि हैं. इसके अलावा वह नई पीढ़ी को भी कोचिंग के जरिए वॉइस डबिंग की कला सीखा रही है. छत्तीसगढ़, ओडिशा, झारखंड, दिल्ली, बैंगलुरु और चेन्नई जैसे शहरों में उनके कई स्टूडेंट्स है.

विदेश में भी है नेश्मा के स्टूडेंट्स

नेश्मा चेंबुरकर ने अपनी कोचिंग के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में भी उनके स्टूडेंट्स है. यह सिलसिला लगातार चल रहा है. नेश्मा ने कहा, ”जिस इंडस्ट्री से मैंने इतना नाम हासिल किया और इतना प्यार पाया है वही प्यार में वापस कर रही हूं. विदेशों में एआई का चलन तेजी से बढ़ रहा है. लेकिन फिलहाल भारत में घबराने जैसी कोई बात नहीं है.

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Like करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus

छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक