सरकार ने सीमेंट कंपनियों को बुलाकर कीमतें बढ़ाने पर जमकर लताड़ लगाई है. कम्पनियों को दो टूक कह दिया गया है कि दो दिन में बढ़ी कीमतें कम करें वरना राज्य सरकार की करवाई के लिए तैयार रहे. 

कंपनियों ने जब लागत बढ़ने का झूठा रोना रोया तो उन्हें साफ लफ़्ज़ों में समझा दिया गया कि कंपनियां छत्तीसगढ़ के संसाधनों का इस्तेमाल करती हैं और ऐसी कोई बात नही हुई कि कीमते बढ़ानी पड़े.

दरअसल सीमेंट कंपनियों ने कोकस बनाकर सीमेंट के दाम बेहिसाब बढ़ा लिए थे. दो महीनों में सीमेंट की कीमतें 40 फीसदी तक बढ़ गई. तीन महीनों में कीमतें प्रति बोरी 70 रुपये बढ़ गई. माना जा रहा है कि अब सीमेंट की कीमतें कम होंगी क्योंकि सीमेंट कंपनियां राज्य के संसाधनों का इस्तेमाल करती हैं और वे सरकार की नाराजगी की अनदेखी नही कर सकती.