रायपुर. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को अगले साल यानी 2025 में 100 वर्ष पूरे होने पर देशभर में कार्यक्रम होंगे. आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत 5 दिवसीय दौरे पर रायपुर आएंगे. यहां वे शताबदी वर्ष में किस तरह का आयोजन होंगे, इसे लेकर चर्चा करेंगे. 27 से 31 दिसंबर तक भागवत रायपुर में रहेंगे.
इस दौरान वे अलग-अलग सत्र में कार्यकर्ताओं और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ संगठन को मजबूत करने पर चर्चा करेंगे. शताब्दी वर्ष में आरएसएस का बड़ा फोकस पंच परिवर्तन पर है. छत्तीसगढ़ में भी आरएसएस के संगठनात्मक विषयों और शताब्दी वर्ष पर चलने वाले कार्यक्रमों पर संगठन के अधिकारियों और कार्यकर्ताओं से भागवत बातचीत करेंगे. सरसंघचालक की इन बैठकों में कार्य विस्तार के साथ कार्यकर्ताओं और स्वयंसेवकों के गुणात्मक विकास पर विशेष रूप से चर्चा की जाएगी.
डॉ. मोहन भागवत 27 दिसंबर की शाम 6 बजे आएंगे और सीधे गोविंद नगर स्थित संघ मुख्यालय (जागृति मंडल) जाएंगे, जहां भोजन औरणागति विश्राम करेंगे. दूसरे दिन 28 दिसंबर की टिकरापारा नगर सांय शाखा, बोरिया में शंकर साहू के निवास में टोली बैठक. वहीं दौरे के तीसरे दिन 29 दिसंबर को प्रातः शाखा, मनमोहन सिंह के निवास में शाखा टोली बैठक में शामिल होंगे. 30 दिसंबर को जागृति मंडल में ही रहेंगे.
31 दिसंबर को टोपलाल वर्मा के निवास में भोजन और एक जनवरी 2025 को दोपहर 1.15 बजे विमानतल से दिल्ली रवाना होंगे. हालांकि संघ इसे राज्यों का रूटीन दौरा बता रहे हैं.
क्या है पंच परिवर्तन ?
शताब्दी वर्ष में आरएसएस पंच परिवर्तन के लिए काम करेगा. पंच परिवर्तन में सामाजिक समरसता, कुटुंब प्रबोधन, पर्यावरण, स्व आधारित जीवन शैली और नागरिक कर्तव्य के साथ महर्षि दयानंद सरस्वती, भगवान बिरसा मुंडा, अहिल्या देवी होलकर, रानी दुर्गावती और अनुकूल चंद ठाकुर के सत्संग अभियानों पर चर्चा होगी.
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