नई दिल्ली. केंद्र सरकार ने गन्ना किसानों को बड़ी सौगात दी. गन्ने के एफआरपी (Fair and Remunerative Price) में 10 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है. प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में अगले सीजन के लिए गन्ने के उचित और लाभकारी मूल्य को बढ़ाने का फैसला किया है.

मोदी सरकार के गन्ने के उचित और लाभकारी मूल्य को बढ़ाने के फैसले का फायदा सीधे तौर पर पांच करोड़ गन्ना किसानों को होगा. गन्ना मिलों और उससे जुड़े लोगों में काम करने वाले 5 लाख कर्मचारियों को भी इस फैसले का फायदा होगा. सरकार ने बताया कि गन्ने का एफआरपी 315 रुपए प्रति क्विंटल तय किया गया है, जबकि उत्पादन की लागत 157 रुपए प्रति क्विंटल है. 

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बता दें कि 2023-24 के लिए गन्ना का एफआरपी पिछले साल के सीजन के मुकाबले 3.28% अधिक है. नया एफआरपी के जरिए खरीद एक अक्टूबर 2023 से शुरू होने वाले नए गन्ने के सीजन से लागू होगी. बता दें कि 2023-24 के लिए गन्ना का एफआरपी पिछले साल के सीजन के मुकाबले 3.28% अधिक है.

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नया एफआरपी के जरिए खरीद एक अक्टूबर 2023 से शुरू होने वाले नए गन्ने के सीजन से लागू होगी. मोदी कैबिनेट ने कीमत बढ़ाने का फैसला सीएसीपी की सिफारिशों और राज्यों के साथ दूसरे स्टेकहोल्डर्स के साथ बातचीत करने के बाद किया है. मोदी सरकार 2014 में सत्ता में आई थी तब गन्ने का एफआरपी 220 रुपए प्रति क्विंटल हुआ करता था. 

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