नई दिल्ली . मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने हमें दिल्ली में घर-घर राशन बांटने की योजना को लागू नहीं करने दिया. केंद्र ने उपराज्यपाल को कहकर योजना को लागू नहीं होने दिया, लेकिन हमारी नीयत साफ है और ईश्वर हमारे साथ है. इसलिए अब शनिवार से इस योजना को पंजाब में हमारी सरकार लागू करने जा रही है. उन्होंने कह, कुछ राशन वाले कई बार कम तौलते हैं. दुकान नहीं खोलते हैं या मिलावट करते हैं.

घर-घर राशन योजना को लेकर दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार काफी उत्साहित थी. केजरीवाल सरकार ने इसके लिए टेंडर भी जारी कर दिए थे. केंद्र के इस कदम के बाद आम आदमी पार्टी ने BJP पर राशन माफिया को शह देने का आरोप लगाया है. आप ने सोशल मीडिया पर राशन माफिया के दबाव में स्कीम रोकने की बात कही है.

मुख्यमंत्री ने कहा, वो बदसलूकी भी करते हैं. इस समस्या के समाधान के लिए दो साल पहले हमने एक योजना बनाई थी, जिसके तहत जो लोग राशन की दुकान पर नहीं जाना चाहते हैं, उनके कोटे का पूरा राशन उनके घर पहुंचाने (डिलीवरी) की योजना थी. इससे किसी को लाइन में खड़े होने की जरूरत नहीं थी, लेकिन इन लोगों ने लागू नहीं करने दिया, क्योंकि ये लोग हर काम में अड़ंगा लगाते हैं.

घर-घर राशन योजना के तहत गेहूं के बदले आटा एवं चावल का पैकेट देने की योजना थी. चावल और चीनी के पैकेट पर इसके तैयार होने की तिथि व एक्सपायरी तिथि भी दी जाती, जिससे जनता को राशन के इस्तेमाल की सही जानकारी मिलती.