रायपुर. घर के बाहर चल रहे विवाद में बीच-बचाव करने निकले एक एएसआई की संदिग्ध परिस्थित में मौत हो गई है. उक्त एएसआई महासमुंद के साइबर सेल में पदस्थ थे. प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक झगड़ रहे युवकों को समझाते-समझाते बेहोश होकर वे गिर पड़े थे.

जिसके बाद उन्हें शहर के निजी अस्पताल में प्राथमिक उपचार के लिए भर्ती कराया गया, जहां उनकी मौत हो गई. उक्त एएसआई का नाम विकास शर्मा बताया जा रहा है.

उक्त घटना की पुष्टि एसपी विवेक शुक्ला ने की है. जानकारी देते हुए उन्होंने कहा है कि कहा – मृतक विकास शर्मा के शरीर पर नहीं चोट के कोई भी निशान नहीं है. वहीं संदेहियों और प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ की बात उन्होंने कही है. बता दें कि ये पूरा मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है.

बता दें कि विकास शर्मा छात्र जीवन से बॉक्सिंग के खिलाड़ी रहे. उन्होंने अपने बेहतर खेल से कई मेडल अपने नाम किए, पुलिस विभाग में आरक्षक के रूप में भर्ती पर प्रशिक्षण केंद्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन से उन्हें प्रधान आरक्षक की पदोन्नति मिली. बाद से वे क्राइम ब्रांच, साइबर सेल में सेवा देते रहे.

 उनसे जुड़े हुए लोग बताते है कि वे सभी टास्क पर अपने अधिकारियों के विश्वास पर खरा उतरते रहे. एक टास्क में खुद व एक सिपाही व एक नगर सैनिक के साथ दिल्ली जाकर चिटफंड कंपनी एचबीएन के डायरेक्टर अमरिंदर सिंह को दिल्ली से ही अपने कौशल से पकड़कर लाया था.

  तब तत्कालीन आईजी रायपुर रेंज जीपी सिंह ने विकास सहित तीन जवानों को इस मामले में विशेष पारितोषिक देकर पदोन्नति दी. बाद विकास एएसआई पद पर सेवा देते रहे. विकास स्नेक कैचर के रूप में भी ख्यात रहे, लोगों के घरों में निकले विषैले सांप को आसानी से पकड़कर जंगल छोड़ने में विकास को महारत थी. ऐसा कर उन्होंने कई लोगों की सहायता की है.

वहीं उनके निधन के बाद समाजसेवी मनजीत कौर बल ने अपने फेसबुक अकाउंट में एक पोस्ट किया है, जिसमें उन्होंने बताया है कि

विकास महासमुंद में नशे के खिलाफ एक अभियान छेड़ने वाले थे.

मृतक