रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना के बढ़ते संक्रमण मद्देनजर राज्यपाल अनुसुइया उइके ने सर्वदलीय वर्चुअल बैठक की. इस दौरान राज्यपाल अनुसुइया उइके ने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जनजागरण में राजनीतिक दल के कार्यकर्ताओं की महत्वपूर्ण भूमिका है. उन्होंने राजनीतिक दलों के प्रमुखों से आग्रह किया कि वे अपने कार्यकर्ताओं के माध्यम से गांव-गांव में बीमारी से बचाव के उपायों के बारे में लोगों को जागरूक करें. बैठक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और अन्य राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे.

इसे भी पढ़ें: किराना दुकानों में चोरी करने वाले 5 आरोपी गिरफ्तार, लाखों का सामान भी जब्त

राज्यपाल ने क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए के निर्देश दिए

राज्यपाल ने कहा कि राज्य में कोरोना संक्रमण के विस्तार को रोकने के लिए सीमावर्ती महाराष्ट्र राज्य से आए लोगों की जांच किया जाना आवश्यक है. उन्होंने कहा कि इसके लिए राज्य की सीमा पर प्रबंध किया जाना चाहिए. क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए जाना चाहिए. उन्होंने रेमडेसिविर इंजेक्शन के उचित उपयोग के बारे में लोगों को जागरूक करने की जरूरत बताई. राज्यपाल ने कहा कि अकेले राज्य सरकार के लिए कोरोना महामारी से निपटना काफी कठिन है. इस महामारी से निपटना हम सब का सामूहिक दायित्व और कर्तव्य है.

इसे भी पढ़ें: प्रदेशभर में मालवाहक वाहनों को छूट, फिर भी हो रही है चेकिंग, जानिए आला अधिकारियों का क्या कहना है …

एकजुट होकर इस संकट से उबरने में सहयोग करें-राज्यपाल

राज्यपाल ने कहा कि हम सभी एकजुट होकर इस संकट से उबरने में सहयोग करें. उन्होंने कहा कि जरूरतमंद लोगों तक राहत और सुविधाएं पहुंचाने में राजनीतिक दल शासन-प्रशासन के साथ मिलकर काम करें. दलगत राजनीति से ऊपर उठकर संकट के इस समय में मानव जीवन को बचाने का प्रयास करें.

इसे भी पढ़ें: किराना दुकानों में चोरी करने वाले 5 आरोपी गिरफ्तार, लाखों का सामान भी जब्त

कोरोना संक्रमण की रफ्तार को रोकने के लिए हर संभव उपाय

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि राज्य सरकार कोरोना संक्रमण की रफ्तार को रोकने के लिए हर संभव उपाय कर रही है. उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से अपील की कि वे कोरोना के लक्षण दिखने पर लोगों को जल्द से जल्द टेस्ट कराने के लिए जागरूक करें. जब तक टेस्ट की रिपोर्ट नही आ जाती, तब तक संक्रमित व्यक्ति स्वयं को आइसोलेट रखें. रिपोर्ट आने के बाद इलाज प्रारंभ करें. उन्होंने लोगों को मास्क का उपयोग करने, फिजिकल डिस्टेंस और हाथों की साफ-सफाई का ध्यान रखने के संबंध में भी जागरूक करने की अपील की.

इसे भी पढ़ें: कलमकारों की नेक पहल: इस ‘प्रेस क्लब’ में बचेगी कोरोना मरीजों की जान, इतने बिस्तर उपलब्ध

शासकीय अस्पतालों में मरीजों का फ्री में इलाज

मुख्यमंत्री ने कहा कि शासकीय अस्पतालों में मरीजों का निःशुल्क इलाज किया जा रहा है. डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना और आयुषमान योजना से इलाज कराने वाले लोगों पर कम से कम आर्थिक बोझ पड़े, इसके लिए टेस्ट और इलाज की दरें निर्धारित की गई हैं. प्रदेश में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने यह निर्णय लिया है. प्रदेश के ऑक्सीजन प्लांट में उत्पादित होने वाली 80 प्रतिशत ऑक्सीजन का उपयोग छत्तीसगढ़ में ही हो. उद्योगों को ऑक्सीजन उत्पादन के लिए चार लाइसेंस जारी किए गए हैं.

इसे भी पढ़ें: कलमकारों की नेक पहल: इस ‘प्रेस क्लब’ में बचेगी कोरोना मरीजों की जान, इतने बिस्तर उपलब्ध

प्रदेश में 88 प्रतिशत हेल्थ वर्कर्स कोरोना टीका

सीएम ने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण और टेस्टिंग में छत्तीसगढ़ राष्ट्रीय औसत से बेहतर स्थिति में है. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की सीमावर्ती इलाकों में विशेष अभियान चलाकर टेस्टिंग और इलाज की व्यवस्था की जाएगी. प्रदेश में 88 प्रतिशत हेल्थ वर्कर्स को टीके की पहली डोज और 58 प्रतिशत हेल्थ वर्कर्स को दूसरी डोज दी जा चुकी है. इसी तरह 84 प्रतिशत फ्रंट लाइन वर्कर्स को प्रथम डोज और 48 प्रतिशत को दूसरी डोज दी जा चुकी है.

सीएम ने कहा कि 45 वर्ष से अधिक आयु वाले 61 प्रतिशत लोगों को टीके लगाए गए हैं. टेस्टिंग के संबंध में उन्होंने जानकारी दी कि राष्ट्रीय स्तर पर जहां प्रति 10 लाख पर एक लाख 92 हजार 650 टेस्ट किए जा रहे हैं. वहीं छत्तीसगढ़ में प्रति 10 लाख पर दो लाख 21 हजार 356 टेस्ट किए जा रहे हैं.  वर्तमान में प्रतिदिन 53 हजार टेस्ट किए जा रहे हैं.

कोविड प्रबंधन के लिए लगातार राशि उपलब्ध कराई जा रही

सीएम ने कहा कि आरटी पीसीआर और ट्रू नॉट लैबो की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है. आरटीपीसीआर टेस्ट के लिए वर्तमान में 7 शासकीय और 5 निजी क्षेत्र में लैब हैं. इसी तरह 31 शासकीय ट्रू नॉट लैब और 5 लैब निजी क्षेत्र में हैं. शासकीय और निजी अस्पतालों में 815 वेन्टीलेटर उपलब्ध हैं. प्रदेश में बिस्तरों की संख्या, आईसीयू बेड, ऑक्सीजन युक्त बेड की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है. मेडिकल स्टॉफ की भर्ती की जा रही है. साथ ही सभी जिलों को कोविड प्रबंधन के लिए लगातार राशि उपलब्ध कराई जा रही है.

उन्होंने कहा कि रेमडेसीविर इंजेक्शन के लिए रायपुर के मेकाहारा में काउंटर शुरू किया जा रहा है. इस इंजेक्शन की सुचारू आपूर्ति के लिए महाराष्ट्र और हैदराबाद वरिष्ठ अधिकारियों को भेजा गया है. सभी जिलों में कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं. इनके नम्बर जारी कर दिए गए हैं. प्रवासी मजदूरों के लिए ग्राम पंचायतों को क्वारेंटाइन सेंटर स्थापित करने के निर्देश दे दिए गए हैं. कोरोना से बचाव और रोकथाम के उपायों की समीक्षा जिले के प्रभारी मंत्रियों और प्रभारी सचिवों द्वारा वर्चुअल मीटिंग लेकर की जा रही है. जरूरतमंदों को कोई परेशानी न हो, इसका भी ध्यान रखा जा रहा है.

नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने दिए सुझाव

बैठक में विभिन्न दलों के नेताओं ने महत्वपूर्ण सुझाव दिए. नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने विकासखण्ड स्तर पर हास्टल और सामाजिक भवनों में बेड की व्यवस्था करने, अन्य स्थानों पर भी शासकीय और निजी हास्टल में बेड की व्यवस्था करने का सुझाव दिया. भारतीय जनता पार्टी के शिवरतन शर्मा ने स्वास्थ्य विभाग के रिक्त पदों पर जल्द भर्ती करने, आयुषमान योजना में अन्य अस्पतालों को जोड़ने का सुझाव दिया. कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि उनके दल द्वारा हर जिले में कंट्रोल रूम स्थापित कर लोगों की सहायता की जा रही है. दल के विधायक, महापौर, पार्षद मुख्यमंत्री सहायता कोष में एक माह का वेतन देंगे. जरूरतमंदों को सूखा राशन और दवाईयां पहुंचाने का काम भी किया जा रहा है.

टेस्टिंग और ट्रैकिंग के संबंध में सुझाव

बुजुर्गों को टीकाकरण स्थल तक पहुंचाने के लिए गाड़ियों की व्यवस्था की गई है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री राहत कोष में छत्तीसगढ़ के प्रतिष्ठानों द्वारा सीएसआर मद से दी गई राशि छत्तीसगढ़ को मिलनी चाहिए. नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी के नीलकंठ त्रिपाठी ने ऑक्सीजन की कमी, निजी अस्पतालों द्वारा उपचार में अत्यधिक शुल्क लेने जैसी समस्याओं पर ध्यान आकृष्ट किया गया. जनता कांग्रेस के अमित जोगी ने 18 वर्ष से अधिक आयु के युवाओं के टीकाकरण, कोरोना मरीजों की टेस्टिंग और ट्रैकिंग के संबंध में सुझाव दिए.

रेमडेसिविर इंजेक्शन को लेकर चर्चा

शिवसेना के धनंजय परिहार ने रेमडेसिविर इंजेक्शन के उपयोग के बारे में जागरूक करने की जरूरत पर बल दिया. सीपीआईएम के धनराज महापात्र ने चिकित्सा के क्षेत्र में ढांचागत सुविधाएं विकसित करने के लिए पीएम केयर फंड से विशेष राहत की मांग की. गोण्डवाना गणतंत्र पार्टी और समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधि ने भी बैठक में सुझाव दिए.

ये रहे मौजूद
बैठक में मुख्यमंत्री के सलाहकार विनोद वर्मा, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, स्वास्थ्य विभाग की अपर मुख्य सचिव रेणु जी.पिल्ले, मुख्यमंत्री के सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी, सामान्य प्रशासन विभाग और जनसम्पर्क विभाग के सचिव डी. डी. सिंह, संचालक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन डॉ. प्रियंका शुक्ला, संचालक स्वास्थ्य नीरज बंसोड़ उपस्थित थे.

read more- Coronavirus Effect: Maharashtra Migrant Workers Heads home Amid Fears of Another Lockdown

स्पोर्ट्स की ये खबरें जरूर पढ़ें

मनोरंजन की ये खबरें जरूर पढ़ें