शिवम मिश्रा, रायपुर। राजधानी रायपुर में मृत व्यक्ति के नाम पर फर्जी दस्तावेज तैयार कर करोड़ों की जमीन घोटाला मामले में बड़ी कार्रवाई की गई है. मृत व्यक्ति की जमीन का मुख्तारनामा तैयार कर ठगी का वारदात को अंजाम दिया गया था, जिस पर पुलिस ने 10 शातिरों को गिरफ्तार किया है.

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक मास्टर माइंड राजेंद्र कुमात अग्रवाल समेत 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. जमीन का असली मालिक काशी प्रसाद चौधरी है, जो झारखंड निवासी है. उसकी अप्रैल 2021 में मौत हो चुकी है. मास्टर माइंड राजेंद्र कुमार अग्रवाल मृतक काशी चौधरी का पड़ोसी है.

गैंग के 10 शातिर आरोपियों ने रचा षड्यंत्र

01. शिवदास मानिकपुरी
02. शिवदास गुप्ता
03. गणेश अग्रवाल
04. अवधेश गुप्ता
05. उमेश कुमार गुप्ता
06. राजेन्द्र कुमार अग्रवाल
07. जितेन्द्र यादव उर्फ जीतू
08. अभिषेक कुमार सोनी
09. गिरीश कुमार वर्मा उर्फ गोलू
10. योगेश यादव

पुलिस ने आरोपियों से 10 लाख नगदी रकम जब्त किया है. तेलीबांधा थाना इलाके क्षेत्र का मामला है.

मिली जानकारी के मुताबिक झारखंड निवासी महिला निर्मला देवी चौधरी ने शिकायत दर्ज कराई कि उसके पति काशी प्रसाद चौधरी की अप्रैल 2021 में मौत हो गई. जब वो रायपुर आकर अपने पति के नाम की लाभांडी स्थित करोड़ों की 0.097 हेक्टेयर जमीन की पतासाजी की तो उनकी जमीन रायपुर के गायत्री नगर निवासी अनिता दीक्षित के नाम मिलने से उनके पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई, जिसकी शिकायत पीड़िता ने अपने दोनों बेटों के साथ जाकर तहसीलदार और पुलिस से की तो पूरे मामले का खुलासा हुआ.

उनके पडोसी राजेन्द्र कुमार अग्रवाल और अवधेश गुप्ता जो रिश्ते में जीजा साले हैं. पूरी साजिश रची और रायपुर आकर उमेश, शिवदास गुप्ता के साथ मिलकर फर्जी दस्तावेज तैयार कर यूपी से बुलाकर एक अधेड़ को फर्जी काशी प्रसाद चौधरी बनाकर रजिस्ट्री ऑफिस में खड़ा किया.

जमीन को फर्जी तरीके से 50 लाख रूपये में बेच दी. जांच में ये सभी तथ्य सामने आने के बाद तेलीबांधा थाना पुलिस ने गैंग के सभी 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस इस पूरे मामले में फरार कई और शातिर आरोपियों की तलाश में जुटी है.

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