मनोज यादव, कोरबा। पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो प्रधानमंत्री मुद्रा लोन स्कीम के नाम पर लोगों को ठगा करता है. इस गिरोह ने कोरबा के एक व्यक्ति से 97 लाख रुपए की ठगी कर ली थी.

कोरबा के दर्री पुलिस को महेंद्र साहू से सूचना मिली कि प्रधानमंत्री मुद्रा लोन स्कीम के नाम पर उनसे किसी ने व्हाट्सएप कॉल कर संपर्क किया. 15 लाख रुपए लोन दिलाने का प्रलोभन दिया. प्रार्थी लालच में आ गया और उसने अपनी गाढ़ी कमाई के 97 लाख रुपये गवा दिए.

दरी पुलिस ने सूचना मिलने के बाद सक्रियता दिखाई और तकनीकी मदद से दिल्ली में बैठे ठग गिरोह तक जा पहुंची. वहां से एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर कोरबा लाया गया है. इससे पूछताछ कर गिरोह के अन्य लोगों तक पहुंचने का प्रयास चल रहा है.

गौरतलब है कि जल्दी से जल्दी धनकुबेर बनने की प्रत्याशा में लोग अपनी गाढ़ी कमाई कैसे गवा देते हैं, इसका ही प्रमाण दरी की यह घटना है. प्रार्थी महेंद्र साहू छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत मंडल में अभियंता है, उन्हें न जाने क्यों 15 लाख का लोन प्राप्त करने का मन हुआ और ठग के जाल में फंस गए.

15 लाख की बजाए उन्होंने धीरे-धीरे 97 लाख रुपए ठगों के हवाले कर दिए. अब एक अभियंता ऐसे कैसे नादानी कर गया कि लोन 15 लाख का और ऐसे लगता है कि ठगों को ही इन्होंने पाने की बजाय स्वयं लोन दे दिया.

बहरहाल, पिछले वर्ष दो नवंबर को महेंद्र साहू की रिपोर्ट पर मुकदमा दर्ज कर ठग गिरोह तक पहुंचने का प्रयास किया गया था, जिसमें दो आरोपी पकड़े गए थे. मुख्य आरोपी को पकड़ने के लिए दर्री पुलिस ने दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर सफल प्रयास किया. गिरफ्तार किए गए आरोपी से ठगे गए रुपयों की रिकवरी और अन्य ठग सदस्यों के विषय में भी जानकारी हासिल की जा रही है.

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