गरियाबंद। वैसे सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों का घूंसखोरी से चोली दामन का रिश्ता हमेशा से रहा है. बिना घूंसखोरी किए वे कोई काम नहीं करते. हालांकि कभी कभार इन पर कार्रवाई भी होती है, लेकिन आदत से मजबूर हो चुके ये विभागीय लोग घूंसखोरी का दामन छोड़ने का नाम ही नहीं ले रहे हैं. करप्शन की चादर ओढ़े ये अधिकारी और कर्मचारी सरकार से मोटी पगार लेने के बावजूद सिस्टम को ही चूना लगाते हैं. हाल ही में एक पटवारी ने तहसील की सरकारी जमीन बेच दी है.

पटवारी के साथ मिलीभगत कर बेच दी जमीन

दरअसल, गरियाबंद अन्तर्गत आदिवासी ब्लॉक छुरा में तहसील कार्यालय के ही पीछे स्थित भूमि खसरा नंबर 121 रकबा 0.07 हेक्टेयर जमीन को पटवारी ने बेच दी. छुरा राजापारा निवासी रमेशर और बिशेसर निषाद ने वर्ष 2014 में पटवारी नटेश्वर नायडू के साथ मिली भगत कर उक्त शासकीय भूमि को पहले अपने नाम पर नामांतरण कराया गया.

छुरा थाने में हुई लिखित शिकायत

इतना ही नहीं छुरा तहसील कार्यालय से उक्त भूमि के संबंध में ऋण पुस्तिका भी तैयार करा लिया गया था, जिसे रमेशर और बिशेसर निषाद द्वारा पीड़ित प्रदीप पाण्डेय और भुपेन्द्र सेन को 60,000-60,000 रूपये में बिक्री पत्रक तैयार कर रजिस्ट्री करा दिया था. पीड़ित प्रदीप पाण्डेय और भुपेन्द्र सेन ने उक्त भूमि पर मकान निर्माण कार्य प्रारंभ करने से वास्तविकता के संबंध में स्वयं के साथ धोखाधड़ी होने की जानकारी हुई, जिससे पीड़ितों ने छुरा थाने में इसकी लिखित शिकायत की थी.

पुलिस ने बताया कि जांच के दौरान शिकायत सही पाए जाने पर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की गई. पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल के मार्गदर्शन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो के दिशा निर्देशन पर आरोपी पटवारी नटेश्वर नायडू और भूमि विक्रेता रमेशर निषाद को हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया, जो अपराध करना स्वीकार किया. दोनों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है.

वहीं एक अन्य विक्रेता बिशेसर निषाद की 3 साल पहले मौत हो चुकी है. इतना ही नहीं पटवारी नायडू के कार्यकाल की अगर गंभीरता से जांच की जाती है तो कई चौकाने वाले मामला सामने आने की उम्मीद है. अभी तो सिर्फ छोटी मछली ही फंसी है. छुरा के कई मगरमच्छ अभी बाकी हैं, जिनकी पकड़ राजधानी रायपुर तक है. इस कार्रवाई में निरीक्षक संतोष भुआर्य, नीलूराम दीवान, आरक्षक रविशंकर नेताम, नरेन्द्र साहू, ललित नेताम, शिवदयाल नागेश, डेकेश्वर सोनी की सराहनीय भूमिका रही.

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