तखतपुर, अभिषेक सेमर। बिलासपुर जिले के तख़तपुर क्षेत्र में ममेरे भाई ने चरित्र शंका पर अपने साथियों के मिलकर अपने ही ममेरे भाई को अपने साथियों के साथ मिलकर मौत के घाट उतरवा दिया. दो दिन पूर्व सुंदर लाल की लाश गांव के तालाब में ही मिली थी. पुलिस ने जांच के बाद तीन लोगों को सुंदर लाल की हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है. मामला तख़तपुर थाना क्षेत्र के ग्राम खम्हरिया का है.

खम्हरिया निवासी सुंदरलाल कौशिक पिता उम्र 52 वर्ष दिनांक 22 सितंबर को अपने रिश्तेदार के यहां देवरी खुर्द गया था. 23 सितम्बर शाम तक भी घर नहीं आने पर उसके लड़के राजेन्द्र कौशिक ने तख़तपुर थाने में गुमशुदगी दराज कराई थी.

अगले दिन गांव वालों खम्हरिया के शिव तालाब में सुंदरलाल का शव मिला था. परिजनों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने मृतक के शव को बाहर निकलवाकर पंचनामा की कार्रवाई कर पीएम के लिए भेज दिया. पीएम रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या करना पाया गया.

पुलिस ने जांच में पाया कि सुंदरलाल का गांव के ही अपने ममेरे भाई विनय कौशिक के घर आना जाना था. विनय कौशिक सुंदरलाल की खेती बाड़ी देख रेख किया करता था. उसे शक था कि सुंदर लाल का उसकी पत्नी के साथ अनैतिक संबंध था. सुंदर लगातार विनय की पत्नी से बातचीत किया करता था.

विनय ने सुंदर लाल को अपनी पत्नी के साथ आपत्तिजनक हालत में भी देखा था. इसके चलते उसने सुंदरलाल की हत्या करने की योजना बनाई. अपने साथ गांव के ही चंद्रपाल कौशिक 32 वर्ष उमाशंकर कौशिक 30 वर्ष को सुंदरलाल को मारने की 50 हजार में सुपारी दे दी. 4000 रुपये एडवांस में दिया.

घटना के दिन विनय ने काम का बहाना कर सुन्दरलाल को देवरीखुर्द से पास बुलाया. सुंदरलाल जब खम्हारिया आया तो शाम 7 बजे के आसपास चंद्रपाल और उमाशंकर ने शिव तालाब के पास सुंदरलाल की गला घोंटकर हत्या कर दी. लाश को तालाब में ही फेंक दिए. लाश फूलने की वजह से ऊपर आ गया. हत्या का पुलिस ने खुलासा किया है. तीन आरोपी सलाखों के पीछे हैं.

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