CG Crime News: प्रतीक चौहान. रायपुर/बलौदाबाजार. छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार के नया बस स्टैंड के पास रहने वाली एक 12 वीं की छात्रा को कथित सीबीआई अफसर के कॉल ने अपनी ठगी का शिकार बनाया. सुप्रीम कोर्ट के वारंट का झांसा देकर युवती को डिजीटली अरेस्ट किया गया और फिर उसके खाते से करीब 3.48 लाख रूपए की ठगी की गई. अब पीड़िता बलौदा थाने पहुंची हैं, जहां पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ 318(4)-BNS के तहत अपराध दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

पुलिस सूत्रों के मुताबिक सृष्टि गुप्ता, जो कक्षा 12वीं तक पढ़ी-लिखी हैं और इंटीरियर डिज़ाइनिंग का काम करती हैं थाने में अपने साथ हुई ठगी की रिपोर्ट दर्ज कराई है. उसके मुताबिक 15 जनवरी को एक अज्ञात नंबस से कॉल आया, जिसमें कॉल करने वाले ने बताया कि उनका क्रेडिट कार्ड का बैलेंस बकाया है. जब सृष्टी ने स्पष्ट किया कि उनका किसी भी अकाउंट से कोई संबंध नहीं है, तो कॉल करने वाले ने उन्हें पुलिस से जोड़ते हुए बताया कि उनके नाम मनी लॉन्ड्रिंग केस में सनलिप्त है और सुप्रीम कोर्ट के वारंट की प्रति व्हाट्सएप पर भेज दी गई है.

 फिर कॉल करने वाले ने कहा कि सृष्टी को RBI के अकाउंट में QR कोड के माध्यम से पैसे जमा करने को कहा जाए और जांच के बाद 24 घंटे में राशि वापस कर दी जाएगी. इस भ्रामक बातों के चलते, दिनांक 15.01.2025 से 22.01.2025 के बीच, सृष्टी ने अलग-अलग QR कोड के माध्यम से UPI के जरिए कुल 3,48,000 रुपये ट्रांजेक्शन कर दिए.

 घटना के बाद सृष्टी गुप्ता ने पुलिस थाने में लिखित शिकायत आवेदन दर्ज कराया है और अज्ञात व्यक्ति के विरुद्ध FIR दर्ज कराने की मांग की है. उन्होंने बताया कि उन्हें पहले ही 1930 हेल्पलाइन पर भी शिकायत दर्ज कराई गई थी.  सृष्टी गुप्ता ने थाने में यह भी सूचना दी कि कॉल पर बात करते वक्त सामने वाला व्यक्ति स्वयं को दिल्ली के CBI अधिकारी बताकर बोल रहा था. उन्होंने जोर देकर कहा कि उनके पति और परिवार की सम्पत्ति जप्त करने की धमकी भी दी गई. पुलिस द्वारा मामले की गंभीरता को देखते हुए शीघ्र ही जांच शुरू कर दी गई है.

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