शिवम मिश्रा, रायपुर। राजधानी रायपुर के खमतराई इलाके से 2 नाबालिग बच्चियां लापता हो गई थी. नाबालिग सहेलियों को अमरावती में ट्रेस किया गया है. पुलिस बच्चियों के जल्द वापसी का दावा कर रही है. कल शाम गार्डन में खेलने दोनों सहेलियां निकली हुई थी. इसी बीच दोनों सहेलियां लापता हो गई. दोनों बच्चियां डब्ल्यूआरएस कॉलोनी से लापता हुई थी, लेकिन पुलिस ने शिकायत के 24 घंटे बाद ही बच्चियों को ढूंढ निकाली. ये पूरा मामला खमतराई थाना क्षेत्र का है.

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जानकारी के मुताबिक खमतराई इलाके के डब्ल्यूआरएस की रहने वाली 13 वर्षीय टिकेश्वरी लाल ध्रुव और 15 वर्षीय पी.लक्ष्मी कल शाम करीब 6 बजे के आस-पास गार्डन में खेलने निकले थे. उसके बाद दोनों ही सहेलियां अपने घर ही नहीं पहुंची. काफी समय बीत जाने के बाद बच्चों के स्वजन जब पता लगाने निकले तो बच्चियां गार्डन में थी ही नहीं, जिसके बाद घर वाले आनन-फानन में आस-पास के पड़ोसियों से पूछताछ की. नाबालिग बच्चियों के मित्रों से पूछताछ की गई. उनके मोबाइल फोन पर लगातार कॉल किए, लेकिन फोन भी बंद आ रहा था. इसके बाद बच्चियों के लापता होने की जानकारी खमतराई पुलिस को दी गई. पुलिस ने पूरे मामले में FIR दर्ज कर तत्काल जांच शुरू कर दी.

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परिजनों को नाबालिग बच्चियों के मोबाइल से 1 से 2 बार मैसेज आ चुका है. मैसेज में लिखा गया है कि मम्मी-पापा आप लोग परेशान न हों, हम घूमने आए हैं. जल्द ही घर आ जाएंगे. मैसेज देख जब परिजन नंबर पर कॉल करते हैं, तो फोन फिर बंद बताता है. हालांकि परिजनों से अब तक टिकेश्वरी और पी.लक्ष्मी के लिए कोई फिरौती की मांग नहीं की गई है. बच्चियों के परिजन उनकी तस्वीर दिखाकर खुद ही बच्चियों की तलाश में निकल पड़े हैं.

इस पूरे मामले में खमतराई थाना प्रभारी विनीत दुबे ने बताया कि नाबालिग बच्चियों के लापता होने की शिकायत मिलते ही संज्ञान में लिया गया है. पुलिस की विशेष टीम गठन कर तत्काल शहर के कई इलाकों में नाबालिगों की तलाश की जा रही थी. साथ ही बच्चियों के कॉल डिटेल और सीडीआर भी निकाले जा रहे थे. लापता दोनों नाबालिग बच्चियों को नागपुर के अमरावती में ट्रेस किया गया है. नागपुर की लोकल पुलिस से संपर्क कर बच्चियों को सकुशल रखा गया है. रायपुर पुलिस की एक टीम बच्चियों को लेने रवाना की गई है.

अपहरण के प्रकरणों के आंकड़े-

  • जुलाई माह- 35 अपहरण के प्रकरण दर्ज
  • जून माह- 56 अपहरण के प्रकरण
  • साल 2019-20 में 280 से अधिक अपहरण के मामले दर्ज

बता दें कि राजधानी में हर रोज औसतन 2-3 बच्चे लापता हो रहे हैं, जिससे पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं. मां-बाप और परिजन पुलिस से लगातार बच्चों को ढूढने की अपील कर रहे हैं. राजधानी में इतनी संख्या में बच्चों की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज हो रही है, जो चिंताजनक है. पुलिस भी अपराध में लगाम लगाने की कोशिश में लगी हुई है.

 

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