दुर्ग. पदयात्रा करते पुलिस मुख्यालय के लिए निकले आरक्षकों को हिरासत में ले लिया गया है. दो आरक्षक में से एक पर देशद्रोह का मामला दर्ज है. आरक्षक अपनी पेटी (POLICE KIT) लेकर पुलिस मुख्यालय में इस्तीफा देने जा रहा था. लेकिन इस बीच दुर्ग पुलिस ने दोनों को हिरासत में लिया में लिया है.

जानकारी के अनुसार, पुलिस मुख्यालय में पदस्थ आरक्षक संजीव मिश्रा और उज्ज्वल दीवान ने आज दुर्ग के आईजी ऑफिस से पदयात्रा शुरू की. इस पदयात्रा के माध्यम से वे अपना इस्तीफा सौंपने पुलिस मुख्यालय रायपुर पहुंच रहे थे. लेकिन भिलाई में ही उन्हें हिरासत में ले लिया गया. आरक्षक संजीव दीवान के अनुसार उनकी मांग है कि पुलिस विभाग द्वारा दी जाने वाली पेटी प्रथा समाप्त की जाए जो अंग्रेजों के समय से चली आ रही है. वहीं उन्होंने आरोप लगाया कि तृतीय वर्ग के 65000 पुलिस कर्मचारियों में सिर्फ 14000 पुलिस कर्मचारियों को आवास की सुविधा मिली है. लेकिन बाकियों के लिए अब तक कोई पहल नहीं की गई. अधिकारियों द्वारा जवानों का शोषण किया जा रहा है. इसके अलावा आज भी जवानों को मिलने वाले 100 और 50 रुपये के भत्ते से ही उनका जीवन यापन चल रहा है.

इसके अलावा संजीव मिश्रा ने आरोप लगाया कि पुलिस विभाग के सिपाहियों की समस्या दूर करने एडीजी हिमांशु गुप्ता की अध्यक्षता में कमेंटी बनाई गई. लेकिन कोई रिपोर्ट अब तक सरकार को नहीं सौंपी गई. बड़े अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त है लेकिन छोटे आरक्षकों और जवानों का परिवार चलाना मुश्किल हो गया है. आज जवान लोन और कर्ज में डूब रहे हैं, मिलने वाली सैलरी से उनका परिवार चलना भी दूभर हो गया है. इस मांग को लेकर डीजीपी अशोक जुनेजा के पास जा रहे थे. वही उनके जायज मांगों के लिए उन पर राजद्रोह का केस लगाया गया है.

दुर्ग एडिशनल एसपी संजय ध्रुव ने बताया की बीजापुर पुलिस द्वारा उन्हें (जवान) को हिरासत में लेने की मांग की गई थी. जवान पर पहले ही प्रकरण चल रहा है. अपनी मांगों को उचित मंच पर रखा जाना चाहिए. लेकिन जवान द्वारा अनुशासनहीनता का परिचय दिया गया. जिसके लिए उन्हें हिरासत में लिया गया है.

विधानसभा में उठा मामला

बीजेपी विधायक शिवरतन शर्मा ने इस मामले को विधानसभा में उठाया. शिवरतन शर्मा ने कहा कि यह आलोकतांत्रिक सरकार है. पुलिसकर्मियों से किए गए वादों को पूरी करने के अपने वादे से सरकार मुकर रही है. अब इस्तीफ़ा देने पीएचक्यू आ रहे दो पुलिसकर्मियों को गिरफ़्तार कर रही है.