सुधीर साहू, रायपुर. छत्तीसगढ़ में किसकी सरकार बनेगी, इसका फैसला 3 दिसंबर को होने जा रहा है. धमतरी जिले की कुरुद विधानसभा सीट शुरू से ही हाईप्रोफाइल रही है. इस सीट पर पूरे प्रदेश की नजर टिकी रहती है. इस बार भी कुरुद का चुनावी संग्राम दिलचस्प हो सकता है.

इस बार पूर्व मंत्री भाजपा प्रत्याशी अजय चंद्राकर और कांग्रेस प्रत्याशी तारिणी चंद्राकर के बीच कड़े मुकाबले की उम्मीद है. आपको बता दें कि कुरुद में भाजपा-कांग्रेस के कोई भी प्रत्याशी हैट्रिक जीत का रिकॉर्ड अब तक नहीं बना पाए हैं. अब इस बार देखना होगा कि क्या भाजपा विधायक अजय चंद्राकर कुरुद से जीत की हैट्रिक लगा पाते हैं या नहीं. या फिर कांग्रेस प्रत्याशी तारिणी चंद्राकर देगी मात, हार-जीत को लेकर सबकी निगाहें टिकी हुई है.

चार बार विधायक रह चुके हैं अजय चंद्राकर

कुरुद विधानसभा में अजय चंद्राकर 1998 में पहली बार विधायक निर्वाचित हुए. उसके बाद 2003, 2013 और 2018 में विधायक चुने गए. 2008 में अजय चंद्राकर को कांग्रेस प्रत्याशी लेखराम साहू ने पराजित किया था. वहीं 2018 के चुनाव में अजय चंद्राकर ने कांग्रेस प्रत्याशी लक्ष्मीकांता और निर्दलीय प्रत्याशी नीलम चंद्राकर को हराकर फिर विधायक बने थे.

कुरुद विधानसभा का राजनीतिक समीकरण

कुरुद से विधायक रहे भोपाल राव पवार ने 1951 व 1957 में लगातार दो बार जीत दर्ज करने के बाद 1962 में तीसरी बार चुनाव हार गए थे. अजय चंद्राकर भी 1998 व 2003 में लगातार जीत दर्ज कर तीसरी बार 2003 में चुनाव हार गए थे. फिर 2013 और 2018 में अजय चंद्राकर चुनाव जीते थे. भोपालराव पवार जीत की हैट्रिक नहीं लगा पाए थे, लेकिन इस बार अजय चंद्राकर के पास मौका है. क्या अजय चंद्राकर जीत की हैट्रिक लगा पाते हैं, ये तीन दिसंबर को पता चलेगा.