रायपुर. छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में जैसे-जैसे काउंटिंग सेंटर में मतगणना का क्रम आगे बढ़ता जा रहा है, वैसे-वैसे तस्वीर साफ होती जा रही है. 15 साल से सत्ता से दूर कांग्रेस जहां रुझान में बहुमत हासिल कर चुकी है, वहीं रमन मंत्रिमंडल के कद्दावर मंत्री भी अपनी सीट गंवाते नजर आ रहे हैं.

कांग्रेस प्रतिद्वंदी से पिछड़ने वाले रमन मंत्रिमंडल के मंत्रियों में सबसे पहला नाम गृहमंत्री रामसेवक पैकरा का है, जो प्रतापपुर विधानसभा सीट पर कांग्रेस के डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम से 807 मतों से पिछड़ रहे हैं. इसके बाद नाम लोक निर्माण मंत्री राजेश मूणत का आता है, जो अपनी रायपुर पश्चिम की परंपरागत सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी विकास उपाध्याय से 2200 मतों से पिछड़ रहे हैं.

तमाम बाधाओं के बाद भी रमन मंत्रिमंडल में अपनी रसूख रखने के साथ-साथ बिलासपुर के मतदाताओं का अब तक आशीर्वाद पाने में सफल रहे नगरीय निकाय मंत्री अमर अग्रवाल भी मतों की गणना में कांग्रेस के चिन्ह पर पहली बार चुनाव लड़ रहे शैलेंद्र पांडेय से 867 मतों से पिछड़ रहे हैं.  इसके अलावा सहकारिता, संस्कृति व पर्यटन मंत्री दयालदास बघेल का भी मतदान केंद्र में अगरबत्ती जलाना फलित होता नजर नहीं आ रहा है. दयालदास कांग्रेस प्रत्याशी गुरुदयास दास बघेल से 4541 मतों से पिछड़ रहे हैं.

इसके अलावा शिक्षा मंत्री केदार कश्यप नारायणपुर सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी चंदन कश्यप से 7084 मतों से पिछड़ रहे हैं. इनके अलावा वन मंत्री महेश गागड़ा बीजापुर विधानसभा में कांग्रेस के प्रत्याशी विक्रम मंडावी से 6700 मतों से पिछड़ रहे हैं. इन मंत्रियों के अलावा भाजपा के अन्य कद्दावर नेता भी अपनी पंरपरागत सीटों पर कांग्रेस के प्रत्याशियों से पिछड़ रहे हैं.