रायपुर. छत्तीसगढ़ सरकार को सत्ता में आये अभी दो महीने भी ठीक से पूरे नहीं हो पाए है कि दूसरी बार कर्ज लेने के लिए तैयारी फिर से शुरू हो गई है। एक साल के अंदर यह चौथी बार है जब राज्य सरकार रिजर्व बैंक से कर्ज ले रही है। इसके लिए रिजर्व बैंक ने नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है।

छत्तीसगढ़ सरकार अपनी आर्थिक जरूरतों को पूरा करने के लिए एक बार फिर रिजर्व बैंक से कर्ज लेने जा रही है। सरकार रिजर्व बैंक से 1000 करोड़ रुपये का कर्ज ले रही है। एक साल के अंदर यह चौथी बार है जब राज्य सरकार रिजर्व बैंक से कर्ज ले रही है। इसके लिए रिजर्व बैंक ने नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है।

वहीं राज्य में नई सरकार के गठन के बाद से दूसरी बार कर्ज लेने की स्थिति बनीं है। राज्य में कांग्रेस की सरकार को गठित हुए अभी दो महीने ही हुए हैं और सरकार दूसरी बार रिजर्व बैंक से कर्ज ले रही है।

इसी साल पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने भी केंद्रीय बैंक से दो बार कर्ज लिए थे। राज्य सरकार अब इस कर्ज का निपटारा अपनी प्रतिभूतियों की नीलामी के जरिए करेगी। कांग्रेस की नई सरकार बनने के बाद किसानों की कर्जमाफी जैसे बड़े निर्णय लिए गए। इसका सीधा असर सरकार की आर्थिक स्थिति पर पड़ा है।

सरकार ने राज्य के किसानों का 6100 करोड़ का कर्ज माफ किया है। अब कर्ज माफी की इस रकम को चुकाने को पूरा करने के लिए सरकार को रिजर्व बैंक से कर्ज लेना पड़ रहा है। कर्ज की इस रकम को चुकाने के लिए राज्य सरकार अपनी प्रतिभूतियों की नीलामी कर रही है।

इसके साथ ही राज्य सरकार सरकारी काम-काज की व्यवस्था में मितव्ययिता बरत कर बचत के रास्ते पर चलेगी। इसके जरिए भी रिजर्व बैंक के कर्ज से राज्य सरकार उबर पाएगी। नवगठित कैबिनेट की पहली बैठक में सरकारी काम-काज में खर्च को कम करने संबंधित प्रस्ताव भी पास किया जा चुका है।