सत्यपाल सिंह राजपूत. रायपुर. मेडिकल के सभी पाठ्यक्रमों की काउंसिलिंग के लिए 3 माह में चिप्स तैयार करेगा सॉफ्टवेयर, इसके लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग के साथ एमओयू किया गया है.
चिप्स ने सॉफ्टवेयर तैयार करने टाइम-लाइन के साथ पूरी रूपरेखा तैयार कर चिकित्सा शिक्षा संचालनालय को इस संबंध में अवगत कराया जाएगा. अधिकारियों ने बताया कि चिकित्सा स्नातकोत्तर, चिकित्सा स्नातक, दंत चिकित्सा स्नातक, दंत चिकित्सा स्नातकोत्तर, फिजियोथेरेपी, नर्सिंग स्नातक, नर्सिंग स्नातकोत्तर, पोस्ट बेसिक बी.एस.सी. (नर्सिंग), जी.एन.एम. नर्सिंग एवं डिप्लोमा इन साइकियाट्रिक नर्सिंग के पाठ्यक्रम शामिल होंगे.
चिप्स मेडिकल के सभी पाठयक्रमों की काउंसिलिंग के लिए आगामी तीन महीनों में सॉफ्टवेयर तैयार करेगा, काउंसिलिंग की जटिलता को देखते हुए चिप्स द्वारा अलग-अलग पाठ्यक्रम के अनुसार सॉफ्टवेयर बनाया जाएगा, चिप्स ने सॉफ्टवेयर तैयार करने टाइम-लाइन के साथ पूरी रूपरेखा तैयार कर चिकित्सा शिक्षा संचालनालय को इस संबंध में अवगत करा दिया है.
चिप्स के अधिकारियों ने बताया कि चिकित्सा शिक्षा संचालनालय के साथ 11 पाठ्यक्रमों की काउंसिलिंग के लिए सॉफ्टवेयर तैयार करने एम.ओ.यू. किया गया है, इनमें चिकित्सा स्नातकोत्तर, चिकित्सा स्नातक, दंत चिकित्सा स्नातक, दंत चिकित्सा स्नातकोत्तर, फिजियोथेरेपी, नर्सिंग स्नातक, नर्सिंग स्नातकोत्तर, पोस्ट बेसिक बी.एस.सी. (नर्सिंग), जी.एन.एम. नर्सिंग एवं डिप्लोमा इन साइकियाट्रिक नर्सिंग के पाठ्यक्रम शामिल हैं, वर्तमान में चिप्स द्वारा स्वास्थ्य विभाग के लिए नियमित चिकित्सा अधिकारी की नियुक्ति प्रक्रिया भी सुचारू रूप से सम्पादित की जा रही है,
चिप्स द्वारा व्यापमं, कनिष्ठ कर्मचारी आयोग-बस्तर, अम्बिकापुर और बिलासपुर, तकनीकी शिक्षा संचालनालय के अंतर्गत बीई, बीटेक, डिप्लोमा, एमटेक, एमई, बी.फॉर्मा, डी.फॉर्मा, एम.फॉर्मा, पीपीटी और राज्य शैक्षणिक संस्थान के लिए बी.एड., डी.एड., डी.लेड, आई.टी.आई. के साथ ही पुलिस मुख्यालय इत्यादि के लिए काउंसिलिंग की प्रक्रिया सफलतापूर्वक की जा रही है.