पुरषोत्तम पात्र, गरियाबंद. मूंगझर के डीएव्ही मुख्यमंत्री पब्लिक स्कूल में पढ़ने वाले 8वीं के 12 वर्षीय छात्र पीयूष जायसवाल ने अन्तरिक्ष व ब्रम्हांड की विभिन्न जानकारी और खगोलीय घटना पर अंग्रेजी माध्यम में किताब लिखी है. फूल फील ऑफ कॉसमॉस (FULFIL OF COSMOS) के नाम के 88 पन्नों के इस बुक का मंगलवार को कलेक्टोरेट मुख्यालय में कलेक्टर नीलेश क्षीरसागर ने विमोचन किया है. उनके साथ एडिशनल एसपी सूखनन्दन राठौर भी मौजूद थे.

किताब का विमोचन करने के बाद कलेक्टर ने कहा कि प्रतिभा उम्र देख कर नहीं आती. 12 वर्ष के उम्र में किताब लिखना हमारे जिले के लिए गर्व की बात है. एक तरह का यह रिकॉर्ड भी माना जा सकता है. गिनीज बुक में नाम जाए इसके लिए भी प्रयास किया जाएगा. एसएसपी ने भी नन्हे राइटर की तारीफ करते हुए कहा है कि 1000 पन्नो की जानकारी केवल 88 पन्नों के इस किताब में मौजूद है. पाठ्यक्रम में शामिल किया जा सकता है. सभी के लिए ज्ञान वर्धक साबित होगा यह बुक.

बचपन से ब्रम्हाण्ड पर रुझान, डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम से मिली प्रेरणा-पिता पी जायसवाल डीएव्ही स्कूल के टीचर है. बताते हैं कि पीयूष का रुझान शुरू से खगोलशास्त्र पर केंद्रित था. दो साल पहले नसों ओलम्पियड परीक्षा दिला कर गोल्ड मेडल सर्टिफिकेट हासिल कर चुका है. डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम और स्पेस फील्ड साइंटिस्ट एलोन मस्क को पीयूष ने प्रेरणा स्रोत माना है. इनकी किताबे पीयूष क्लास 6th से पढ़ना शुरू किया. यू-ट्यूब पर भी लगातार विस्तृत जानकारी एकत्र किया. पीयूष स्कूलों के कार्यक्रम में फर्राटेदार अंग्रेजी बोल आयोजनों की एंकरिंग भी करता है. इसलिए अंग्रेजी में किताब लिखने में आसानी हुई.

सीबीएससी के किताबें प्रकाशित करने वाले नोशन प्रेस ने किया प्रकाशन-पीयूष के पिता पी जायसवाल बताते है कि किताबे लिखने के बाद प्रकाशित होने पर शंशय बना हुआ था. बेटे की जिद के आगे पिता भी हिम्मत नही हारी. अपने शुभचिंतकों से मार्गदर्शन लेकर सीबीएससी की किताबें प्रकाशित करने वाली संस्थान नोशन प्रेस से सम्पर्क किया. ईमेल आईडी पर किताब में उल्लेखित सामग्री का विवरन भेजा, लगतार सवांद का दौर चला. दो बार सूधार के लिए भी पॉइंट दिए गए. फिर इस बड़ी संस्था ने प्रकाशन की हरी झंडी दे दी और 22 जुलाई 2021 को इसका प्रकाशन हो गया. बेटे की इच्छा थी कि किताब का विमोचन वरिष्ठ अफसर के हाथों हो.

150 देशों के 30 हजार बुक डिपो में होगा उपलब्ध

प्रकाशक से तय अनुबंध के आधार पर पिता ने बताया कि नोशन प्रेस बुक्स को 150 देशों के 30 हजार बुक डिपो में उपलब्ध करवा रही है. एमेजन व फ्लिप्कार्ड में भी इसकी मार्केटिंग होगी. किताब की कीमत 165 रुपए तय है, जिसेमें 17 प्रतिशत रॉयल्टी रॉयटर्स को मिलना है. बताया जा रहा है कि 88 पन्नो में मौजूद लेटेस्ट जानकारी इससे पहले तक किसी एक प्लेटफार्म में नहीं थे. इसमें मौजूद जानकारी के लिए नन्हे राइटर्स ने 50 से भी ज्यादा किताबें, यूट्यूब व अन्य सोशल सोर्सेज का अध्ध्यन किया है. फिर 13 चेप्टर में जानकारियां लिखी. हर चैप्टर में स्कूली किताब की भांति प्रश्न उत्तर का जिक्र किया. इन्हीं खासियत के वजह से नोशन प्रेस ने आसानी से सहमति दे दी.