बिलासपुर। अब सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को आवारा कुत्तों की निगरानी के साथ सांप-बिच्छू पर भी ध्यान रखना होगा। शिक्षकों को जहरीले जीव-जंतुओं को स्कूल परिसर में आने से रोकना होगा। इसका आदेश बिलासपुर के सभी प्राचार्यों और प्रधानपाठकों को डीईओ ने जारी किया है।
इस आदेश को लेकर प्राचार्य और हेडमास्टर में नाराजगी है। उन्होंने इस आदेश को बेतुका बताया है। टीचर्स एसोसिएशन ने कहा है कि सांप-बिच्छू और जहरीले जीव-जंतु से टीचर को भी खतरा हो सकता है। ऐसे जहरीले जंतुओं से शिक्षकों को कौन बचाएगा।

गरिमा का ख्याल रखे सरकार : टीचर्स एसोसिएशन
प्राचार्यों और हेडमास्टरों का कहना है कि वे SIR का काम संभाल रहे हैं। अब कुत्ते पकड़वाने और निगरानी में ड्यूटी के बाद सांप-बिच्छू पर भी ध्यान रखने की जिम्मेदारी दी गई है। इससे मूल काम प्रभावित होगा। टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा ने कहा कि सरकार को शिक्षकों की गरिमा का ध्यान रखना चाहिए। कुत्तों के बाद अब सांप-बिच्छू जैसे जहरीले जीव-जंतुओं से शिक्षकों की जान को भी खतरा हो सकता है।
DEO ने कहा – सुप्रीम कोर्ट का है आदेश
जिला शिक्षा अधिकारी विजय टांडे का कहना है कि यह सुप्रीम कोर्ट का आदेश है। सभी प्राचार्य और प्रधान पाठकों को अनिवार्य रूप से इसका पालन करना होगा। इसके लिए सभी स्कूलों को आदेश जारी कर दिया गया है।

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