पुरुषोत्तम पात्र, गरियाबन्द। अपनी जमीन पर काबिज कब्जेदार हटाने जमीन मालकिन ने साढ़े तीन सालों तक संघर्ष किया. न्यायालय से फैसला भी आ गया, लेकिन जब फैसले को अमलीजामा पहनाने की बारी आई तो प्रशासन के पसीने छूट गए. अपने बहू-बेटों और पोतों के साथ कड़ाके की ठंड में झोपड़े में दिन बिता रही बुजुर्ग जमीन मालकिन की प्रशासन से गुहार लगा रही है कब्जा नहीं दिला सकते तो मौत ही दे दो.

पूरा मामला मैनपुर तहसील के धुरुवागुड़ी का है. खोखमा पंचायत से मिली जमीन पर मकान बना कर 30 साल पहले मालमल जैन किराना का दुकान चला रहे थे. मालमल जैन की तबीयत बिगड़ी तो 2016 में रिश्तेदार मुकेश जैन को दुकान-मकान सौंपकर इलाज के लिए राजस्थान चले गए. मालमल जैन की मौत के बाद आर्थिक तंगी से जूझ रही उनकी 70 वर्षीय पत्नी कमला देवी पूरे परिवार के साथ फिर से अपनी दुकान खोलना चाह रही है. इसके लिए तीन साल तक गुजारिश करती रही, लेकिन रिश्ते को दरकिनार करते हुए रिश्तेदार ने दुकान-मकान खाली करने से इंकार कर दिया.

कलेक्टर से शिकायत के बाद दर्ज हुआ मामला

बोल-बोल कर दुकान-मकान खाली करने में नाकाम रहने के बाद कमला देवी अपने अपने दो बेटा, एक बेटी, एक बहू व दो पोते के साथ धुरुवागुड़ी पहुंच गईं. घर जाकर किराएदार को अपनी माली हालत बताते हुए खाली करने की गुजारिश की. इस पर भी कब्जेधारी का दिल नहीं पसीजने पर उन्होंने कलेक्टर नीलेश क्षीरसागर को अपनी व्यथा बताई. कलेक्टर के निर्देश के बाद तहसील न्यायालय मैनपुर ने मामला दर्ज कर सुनवाई शुरू कर दी.

अधिकारी ने टाली कब्जा दिलाने की तारीख

सुनवाई के दरम्यान किरायेदार कोई भी दस्तावेज नहीं दिखा पाया. वहीं कमला देवी ने दावे के मुताबिक सारे दस्तावेज दिखा दिए. अंततः तहसील न्यायालय ने 17 दिसम्बर को कमला देवी को काबिज दिलाने आदेश जारी किया. परिवार खुश था कि अब उन्हें अपनी जमीन पर कब्जा मिल जाएगा, लेकिन पुलिस बल नहीं मिलने के कारण नायब तहसीलदार ने कब्जा दिलाने की तारीख को टाल दिया.

पास में तीन थाने लेकिन नहीं मिला बल

कमला देवी ने बताया कि दोपहर 1 बजे तक आस लगाकर बैठे थे. लेकिन नायब तहसीलदार ने कहा कि पुलिस बल नहीं मिलने के कारण आज कब्जा दिलाने की तिथि को टाल दिया गया है. रोते हुए बुजुर्ग महिला ने बताया कि यहां नजदीक में 3 थाने हैं, उसके बावजूद बल का बहाना बना दिया गया. हमें डर लगने लगा है. ऐसा लगता है कि रसूखदार के आगे कानून नतमस्तक हो गया है. हमें न्याय चाहिए. इसके साथ ही पीड़ित परिवार कलेक्टर से मकान नहीं दिला पाने पर मौत देने की गुहार लगाने पहुंच गया.

किराएदार ने आदेश के खिलाफ की अपील

मामले में मैनपुर एसडीम सूरज साहू ने कहा कि नायब तहसीलदार को आज काबिज दिलाने कहा गया था. पुलिस बल की कमी होना बताया गया है. मुकेश जैन ने भी तहसीलदार के आदेश के खिलाफ अपील किया है. इसकी सुनवाई शुक्रवार को है.