CG News : रमेश सिन्हा, पिथौरा. पिथौरा में सात महीने से कभी तहसीलदार तो कभी पटवारी के दफ्तरों के चक्कर लगाने के बाद भी न्याय न मिलने से वृद्ध महिला प्रेमिन बाई डड़सेना थक चुकी हैं. जमीन अपने नाम होने के बावजूद ऑनलाइन रिकॉर्ड में दूसरे के नाम दर्ज होने से परेशान महिला ने अब आमरण अनशन की चेतावनी दी है. इस संबंध में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को पत्र भी सूचना दी है. उनका कहना है कि सरकारी सिस्टम के टालमटोल ने उन्हें मानसिक रूप से बेहद परेशान कर दिया है. 

जानकारी के मुताबिक, एसडीएम कार्यालय में सात माह पहले महिला प्रेमिन बाई ने शिकायत की थी. तत्कालीन अनुविभागीय अधिकारी ने मामले को संज्ञान लेते हुए पिथौरा के तहसीलदार नितीन ठाकुर को फोन पर चर्चा करके तहसीलदार पिथौरा के पास निराकरण के लिए भेजा. इसके बाद महिला ने तहसीलदार पिथौरा के समक्ष जाकर अपनी पीड़ा बताई. 

तहसीलदार ने जमीन से जुड़े सभी दस्तावेजों के साथ आवेदन राजस्व न्यायालय में जमा कर प्रकरण दर्ज कराया, जिसका क्रमांक 2025012800015 है. इसके बाद लगातार कभी पटवारी, तो कभी तहसीलदार और आरआई के चक्कर काटते हुए सभी आवश्यक दस्तावेज जमा कराए गए. तत्कालीन तहसीलदार ने इस मामले में आदेश भी जारी किया. लेकिन महिला जब आदेश लेकर पिथौरा पटवारी के पास पहुंची, तो उसने आदेश को गलत बताते हुए वापस कर दिया. इसके बाद महिला ने वर्तमान तहसीलदार को पूरी आपबीती बताई गई. तहसीलदार के लिपिक ने और दस्तावेजों की मांग की, जो समय पर उपलब्ध भी करा दिए गए. 

इस मामले में लिपिक ने कहा कि आदेश त्रुटिपूर्ण है, फिर से वर्तमान तहसीलदार से फरियाद लगाई. तत्कालीन तहसीलदार ही आदेश को सही करेंगे. वहीं महिला का कहना है कि विभाग के बार बार चक्कर काटकर, वह मानसिक रूप से बहुत परेशान है. सिस्टम के आगे थक गई हैं. पिछले 7 महीनों से तहसीलदार पटवारी लगा के चक्कर लगाकर तंग आ चुकी है. वृद्ध महिला ने न्याय नहीं मिला तो 11 सितंबर को सुबह 11 बजे से पिथौरा तहसील कार्यालय के सामने आमरण अनशन पर बैठने की चेतावनी दी है.