रायपुर. अब तक शांत प्रदेश माना जाने वाले छत्तीसगढ़ अब धीरे-धीरे अपराध का गढ़ बनते जा रहा है. ये हम नहीं बल्कि विधानसभा में सामने आए आंकड़े कह रहे है. विधानसभा में बढ़ते अपराधों के आंकड़ों के बाद बीजेपी विधायक शिवरतन शर्मा ने कहा है कि छत्तीसगढ़ कभी शांति का टापू हुआ करता था, जो आज अपराध का गढ़ बन गया है.
अपराध के आंकड़ों की बात करें तो प्रदेश का बलात्कार के मामले में 10 वां और अपहरण में 7 वां स्थान है. राज्य में राजधानी रायपुर में बलात्कार की घटनाएं सबसे ज्यादा 282 सामने आई है. छत्तीसगढ़ में सबसे कम घटना बीजापुर में 1 बलात्कार की रिपोर्ट दर्ज हुई है.
विपक्ष ने साधा निशाना
छत्तीसगढ़ की विधानसभा में प्रदेश में महिलाओं के साथ हो रहे दुष्कर्म को लेकर विपक्ष ने निशाना साधा. धरमलाल कौशिक ने पूछा कि 1 जनवरी 2019 से 4 फरवरी 2021 तक राज्य में बलात्कार और अपहरण के कितने मामले हैं और देश में राज्य का क्या स्थान है ?
इसकों रोकने के लिए सरकार क्या प्रयास कर रही है ?
इस सवाल का जवाब देते हुए गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने नेशनल क्राईम रिकार्ड ब्यूरो के आधार पर बताया कि छत्तीसगढ़ का बलात्कार में 10 वां और अपहरण में 7 वां स्थान है. उन्होंने राज्य सरकार द्वारा महिलाओं की सुरक्षा में उठाए गए कदम के बारे में भी जानकारी दी.
2019 में बलात्कार के मामले में टॉप-10 जिले
रायपुर 282, रायगढ़ 200, सरगुजा 144, दुर्ग 139, बिलासपुर 136, कोरबा 122, जशपुर 113, बलरामपुर 110, जगदलपुर 106, जांजगीर 105.
2020 के आंकड़े
रायपुर 262, रायगढ़ 176, बलरामपुर 162, दुर्ग 135, सूरजपुर 135, जांजगीर 133, सरगुजा 123, जगदलपुर 119, कोरबा 120, बिलासपुर 117.
विधानसभा में ताम्रध्वज साहू ने बताया कि सरकार ने बलात्कार, छेड़छाड़ और अपहरण की घटनाओं को देखते हुए राज्य के छह जिले रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, बिलासपुर, जांजगीर और रायगढ़ में महिला विरूद्ध अपराध अन्वेषण इकाई का गठन किया गया है. डायल 112 और पैनिक बटन की सुविधा दी गई है.