पी.रंजन दास, बीजापुर। कांग्रेस पार्टी से निष्कासित राज्य युवा आयोग के सदस्य अजय सिंह ने एक पत्रवार्ता में बीजापुर विधायक और बस्तर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विक्रम मंडावी पर कई संगीन आरोप लगाए हैं. उन्होंने पंचायतों में सामग्री सप्लाई की आड़ में पंचायत के सरपंच-सचिवों पर दबाब डालकर लाखों रुपयों का भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया है.

अजय का कहना है कि इस मामले को लेकर उन्होंने तत्कालीन कलेक्टर केडी कुंजाम से शिकायत भी की थी, जिसके बाद उनकी शिकायत सही पाए जाने पर कलेक्टर ने दोषियों पर FIR दर्ज करने के आदेश दिए थे, लेकिन कलेक्टर के बदलते ही आदेश पर आज पर्यन्त अमल नही हुआ.

अजय ने स्टॉप डैम मरम्मत में करप्शन का मुद्दा भी उठाते कहा कि जिला प्रशासन ने कार्यों को निरस्त करने की बात कही है, लेकिन इस सम्बंध में कोई आदेश प्रति देखने को नहीं मिली है.

विधायक विक्रम को करप्ट बताते अजय ने यह आरोप भी लगाया कि सुर्खियों में बने रहने विधायक आए दिन शादी, छट्टी जैसे कार्यक्रमों के जरिये केवल फ़ोटो सेशन करवाते हैं, जबकि जिले के विकास को लेकर वे कतई गंभीर नहीं हैं. उनका मकसद केवल पद का दुरूपयोग कर भ्रष्टाचार करना है.

मामले में बीजापुर विधायक विक्रम मंडावी ने कहा कि जो आरोप लगा रहे हैं, उन्हें पहले प्रमाणित करें. ठोस प्रमाण के साथ लिखित में प्रशासन से शिकायत करें. कार्रवाई अवश्य होगी, मुझ पर अनर्गल आरोपों से पहले ठोस प्रमाण के साथ सामने आएं. सोशल मीडिया या अन्य कहीं आरोप लगाने की बजाए ठोस प्रमाण- सबूत लेकर शिकायत करें.

बता दें कि युवा आयोग सदस्य का यह बयान ठीक उस समय आया है, जब सालभर बाद प्रदेश में विधानसभा चुनाव हैं. ऐसे में अपनी ही पार्टी के विधायक पर उनकी तरफ से लगे आरोपों से सियासत गरमा गई है. विपक्ष की भाजपा भी अजय के आरोपों को लेकर जल्द विधायक को घेरने की तैयारी में है.

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