रायपुर। नक्सलियों ने सुरक्षा बल के जवानों पर एयर स्ट्राइक करने का आरोप लगाया था. अब इस एयर स्ट्राइक के विरोध में हजारों की संख्या आदिवासी लामबंद हो गए हैं. सुकमा, दंतेवाड़ा और बीजापुर के करीब 6 से 7 हज़ार ग्रामीणों ने एयर स्ट्राइक पर विरोध जताया है. इन जिलों के दर्जनों गांव के ग्रामीण कोंडापल्ली गांव में इकठ्ठा होकर जवानों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. जिस पर बस्तर आईजी सुंदरराज पी. का कहना है कि यह नक्सलियों की गलत जानकारी का नतीजा है. नक्सली आम जनता को गुमराह कर रही है.

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बीजापुर में नक्सलियों पर हुए एयर स्ट्राइक के विरोध में सुकमा, दंतेवाड़ा और बीजापुर जिले के ग्रामीणों ने कोंडापल्ली में धरना प्रदर्शन किया. आदिवासी ग्रामीण हवाई हमले से जान-माल को नुकसान पहुंचने की आशंका से चिंतित हैं. हवाई हमले से प्राकृतिक संसाधन और संपदाओं को नुकसान पहुंचने की भी आशंका जाहिर की है. दरअसल नक्सलियों ने प्रेस नोट जारी कर 19 अप्रैल की तड़के सुबह बोत्तालंका-पालागुडम के इलाके में माओवादियों के ठिकाने पर ड्रोन से हमला करने का आरोप लगाया था.

आदिवासियों ने लगाए मर्दाबाद के नारे, रखी ये मांग

आदिवासी ग्रामीणों ने अपने विरोध प्रदर्शन में किसान विरोधी कृषि कानून को वापस लेने बात कही है. बस्तर को MNC मल्टीनेशनल कम्पनीज से मुक्त रखने की बात कही है. इसके अलावा ग्रामीणों ने केंद्र पर बैठे बीजेपी सरकार, मोदी और अमित शाह के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे भी लगाए.

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जवानों के खिलाफ गलत जानकारी फैला रहे नक्सली 

बस्तर आईजी सुंदरराज पी. ने बयान जारी कर कहा कि बीते कुछ दिनों से लगातार सीपीआई माओवादी संगठन सुरक्षा बल और शासन-प्रशासन के खिलाफ गलत जानकारी फैला रहा है. अंदरूनी क्षेत्र में जाकर जनता को गुमराह किया जा रहा है. यह कार्य आज से नहीं, बल्कि पिछले 40 वर्षो से जारी है. उन्होंने कहा कि लूटेरे और हत्यारे बाहरी माओवादी कैडर अपनी व्यक्तिगत आवश्यकता को पूरा कर रहे हैं.

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स्थानीय कैडरों को कर रहे गुमराह- आईजी

आईजी ने कहा कि ये अपनी स्वार्थों को पूरा करने के लिए क्रांतिकारी आंदोलन के नाम पर स्थानीय कैडरों को गुमराह कर रहे हैं. आम नागरिकों को प्रताड़ित कर रहे हैं. इन सभी दुष्प्रचारों से क्षेत्र की जनता और सुरक्षा बल के ऊपर कोई विपरीत असर नहीं पडे़गा, बल्कि सीपीआई माओवादी संगठन का खात्मा करने का हमारा संकल्प और मजबूत होगा.

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नक्सली सोमजी की स्थापित मूर्ति नहीं तोड़ी जाएगी- आईजी 

बस्तर आईजी सुंदरराज ने नक्सली की स्थापित मूर्ति पर भी बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि कांकेर जिले के छोटे बेठिया थाना क्षेत्र के आल्दण्ड गांव में स्थापित नक्सली की मूर्ति नहीं तोड़ी जाएगी. मृत नक्सली सोमजी की मूर्ति आलदण्ड गांव में परिजन और ग्रामीणों ने स्थापित की है.  यह मूर्ति हमेशा बाहरी माओवादी नेतृत्व की स्थानीय आदिवासी युवा और युवतियों की खिलाफ रची जा रही साजिश को याद दिलाएगा. इसके साथ ही हिंसात्मक विचारों के परिणाम दर्दनाक और दुखद होने का संदेश भी समाज को देता रहेगा. उन्होंने कहा कि सोमजी की मूर्ति के जरिए हिंसा और नकारात्मक विचार के खिलाफ सीख लेने की पाठशाला के रूप में प्रचारित की जाएगी.

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प्रेस नोट के जरिए एयर स्ट्राइक का आरोप

बता दें कि दण्डकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के प्रवक्ता विकल्प ने 21 अप्रैल को प्रेस नोट जारी किया था. प्रेस नोट में कहा था कि 19 अप्रैल दोपहर 3 बजे बीजापुर जिले के बोत्तालंका और पलागुड़ेम गांवों के बीच पुलिस ने ड्रोन के जरिए नक्सलियों पर बमबारी की. 3 अप्रैल को हुई पुलिस-नक्सली मुठभेड़ का बदला लेने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और पुलिस अधिकारियों ने हमला करवाया है.

पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में 22 जवान शहीद

गौरतलब है कि बीजापुर जिले के टेकुलगुडम में 3 अप्रैल को हुए पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में 22 जवानों की शहादत हुई थी. इस हमले में 30 घायल जवान घायल हुए थे. हमले के बाद जम्मू-कश्मीर निवासी कोबरा जवान राकेश्वर सिंह मनहास का नक्सलियों ने अपहरण कर लिया था. जिसे बाद में नक्सलियों ने सुरक्षित छोड़ दिया था. वहीं मुठभेड़ में 4 नक्सली ढेर भी हुए थे. जिसमें ओड़ी सन्नी, पदाम लखमा, कोवासी बदरू और नपा सुरेश शामिल है.

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