रायपुर. बीएसएनएल कर्मियों, पेंशनरों और ठेका श्रमिकों ने रविवार को राष्ट्रीय मुद्रीकरण पाइपलाइन व कन्वेंशन रायपुर दूरसंचार भवन में आयोजित किया गया. इस कनवेशन में कर्मचारियों ने राष्ट्रीय मुद्रीकरण की नीति का तीव्र विरोध करते हुए देश बेचने की इस मुहिम के खिलाफ जनता की एकता का आव्हान किया.

सैकड़ों बीएसएनएल कर्मी, बीएसएनल पेंशनर्स और बीएसएनएल ठेका श्रमिकों ने इस कन्वेंशन में हिस्सेदारी की. कन्वेंशन में अपने विचार रखते हुए कामरेड अनिमेष मित्रा महासचिव, बीएसएनएल केजुवाल कांट्रैक्ट वर्कर्स फेडरेशन व राष्ट्रीय अध्यक्ष बीएसएनएल एंप्लाइज यूनियन नई दिल्ली ने कहा कि राष्ट्रीय मुद्रीकरण पाइपलाइन घोषणा दरअसल राष्ट्रीय संपत्तियों का बड़े पैमाने पर निजीकरण है. इस फैसले के अनुसार बीएसएनएल और एमटीएनएल के 14917 मोबाइल टावर साथ ही भारत नेट के 2.86 लाख किलोमीटर लंबी ऑप्टिक फाइबर को निजी कंपनियों को सौंपा जा रहा है. केंद्र सरकार का अगला लक्ष्य बीएसएनएल का 700000 किलोमीटर लंबी ऑप्टिक फाइबर नेटवर्क होने जा रहा है. इन्होंने केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के संयुक्त मंच के आह्वान पर 23-24 फरवरी 2022 को दो दिवसीय राष्ट्रवादी हड़ताल में बीएसएनएल कर्मियों को शामिल होकर मोदी सरकार की श्रम विरोधी जन विरोधी राष्ट्र विरोधी नीतियों का डटकर विरोध करने का आह्वान किया.

कन्वेंशन को सीटू के राज्य सचिव कामरेड धर्मराज महापात्र ने संबोधित करते हुए कहा कि मजदूर वर्ग का संगठित आंदोलन ही सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों और देश बेचने की इस मुहिम के साथ जनता को जोड़कर रोक सकता है. उन्होंने कहा कि देश की संपत्ति और जनता पर इस विनाशकारी हमले को रोकना आवश्यक है. इसके लिए देश के मजदूर वर्ग के आंदोलन और पूरे लोकतांत्रिक आंदोलन के सामने राष्ट्रीय मुद्रीकरण पाइप लाइन की आक्रमक साजिशों के खिलाफ एक निर्णायक और दृढ़ प्रतिरोध विकसित करना होगा. उन्होंने किसान आंदोलन से प्रेरणा लेकर कहा कि राष्ट्रीय संपत्ति की लूट की राष्ट्र विरोधी साजिश कतई सफल नहीं होगी. कन्वेंशन में कामरेड आरपी आत्म पूज्य परिमंडल सचिव एआईबीडीपीए, कामरेड अश्वनी कुमार कौशिक परिमंडल सचिव बी एस एन एल ठेका मजदूर यूनियन, कामरेड राम जन्म दुबे अध्यक्ष बी एस एन एल यू ने संबोधित किया.