रायपुर. राजधानी में लॉकडाउन 5 मई तक बढ़ाए जाने की खबर के बीच चेंबर ऑफ कॉमर्स के प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को चिट्ठी लिखी है.
इस चिट्ठी में कहा गया है कि
‘आदरणीय मुख्यमंत्री जी उपरोक्त विषयान्तर्गत लेख है कि प्रदेश में कोरोना के बढ़ते सक्रमण को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा व्यापारी वर्ग के साथ-साथ आम नागरिकों को राहत पहुंचाने के उद्देश्य से प्रदेश में सम्पूर्ण लॉकडाउन किया गया है. जो कि उस समय आवश्यक था. चेम्बर के साथ-साथ व्यापारीवर्ग ने भी राज्य सरकार के इस निर्णय की सराहना की है और शासन का पूरा सहयोग किया. विदित हो कि प्रदेश में पिछले दो चरणों को मिलाकर 17 दिनों में लॉकडाडन है. जिससे कि राज्य की आर्थिक गतिविधियां रूकी हुई है. व्यापारी वर्ग को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. आम नागरिक भी परेशान है. छोटे व्यापार मजदूर वर्ग तथा मध्यमवर्गीय परिवारों को इस समय कठिनाई के दौर से गुजरना पड़ रहा है. और साथ ही साथ आवश्य की सप्लाई चैन की स्थिती थी बिगढ़ते जा रही है और आवश्यक वस्तुओ की सप्लाई नहीं हो पा रही है. लॉकडाउन होने के कारण व्यापारी वर्ग को घर का खर्च, दुकान का किराया, घर एवं दुकान का बिजली बिल, दुकान के का वेतन, बैंक का ब्याज, दुकान का ईएमआई, बच्चों के स्कूल का फीस, जीएसटी एवं अन्य टैक्स का भगतान, का खर्च एवं अन्य फुटकर खर्च के लिए पैसे की आवश्यकता होती हैं. चूंकि अभी पूर्णतः लॉकडाउन है, जिसके कारण आवक नहीं हो रहा है, जबकि ये खर्च अति आवश्यक है.
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चिट्ठी में कहा गया है कि व्यापारी वर्ग अभी भी कोरोना के पहले लहर से हए नुकसान से अभी तक नहीं उबर पाया है और ऐसे में उसे दूसरे लहर से भी नुकसान हो रहा है. होटल और रेस्टोरेंट व्ययसाय वालों का तो पूरी तरह से व्यापार बंद है, ऐसे में उन्हे कम से कम टेकअवे के साथ व्ययसाय आरंभ करने दिया जाना चाहिए. इस तरह सभी व्यापार एवं व्ययसाय को देखते हुए लॉकडाउन को आगे नहीं बढ़ाना चाहिए.
पूर्ण लॉकडाउन को आगे ना बढ़ाते हुए सभी व्यापार एवं व्ययसाय को सीमित समय के लिये किया जाना चाहिए. ताकि व्यापारीवर्ग के साथ-साथ आम लोगों को भी इसका लाभ मिल सके. लॉकडाउन के चलते सभी वर्ग बहुत सी परेशानियों का सामना कर रहे. ऐसे में पूर्ण लॉकडाउन को और आगे नहीं बढ़ाना चाहिए. ऑपके द्वारा सभी व्यापारी एवं आम लोगों के लि जो भी नियम बनाये जायेगें, उसका व्यापारी वर्ग एवं आम नागरिक कठोरता से पालन करेगा. ऐसे में आपसे अनुरोध है कि लॉकडाउन के निर्णय पर पूर्नविचार करते हुए सारे व्यापार को दोपहर 3 बजे तक व्यापार करने की अनुमति दी जावे. जिस महामारी नियंत्रण के साथ साथ आर्थिक गतिविधियां भी समानांतर रूप से चलती रहें और साथ ही आम नागरिकों भी राहत मिले. आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई वाले व्यापार एवं व्ययसाय को अनलॉक के प्रथम 2 दिन तक पूरे दिन तक व्यापार का दिया जाये ताकि जो सप्लाई चैन प्रभावित हुआ है वह सामान्य हो सके. जिसके बाद तीसरे दिन से अन्य व्यापार एवं व्ययसाय की तरह सभी को 3 बजे तक व्यापार करने दिया जाये.
अतः माननीय महोदय से निवेदन है कि प्रदेश में 26.04.2021 से पूर्णतः लॉकडाउन को हटाकर सीमित समय के लिये व्यापार एवं व्ययसाय करने की अनुमति देने की कृपा करेगें. हम व्यापारीवर्ग कोरोना काल के विकट एवं विपरित परिस्थितियों में शासन द्वारा जारी सभी नियमों एवं दिशा निर्देशों का परा पालन करते हए, व्यापारियों ने आम नागरिकों को राहत पहुंचाने के उद्देश्य आगामी दिनों में भी कोरोना रोकथाम हैतू जो भी निर्णय लिया जावेगा उसका पूरा पालन व्यापारी वर्ग द्वारा किया जावेगा, साथ ही करोना महामारी रोकथाम रोकने हेतु जो भी जनजागरण अभियान शासनप्रशासन दवारा चलाया जायेगा उसमें व्यापारी वर्ग शासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करेगा’. बता दें कि ये चिट्ठी 24 अप्रैल शनिवार को लिखी गई है.